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उन्नाव रेप केस की पीड़िता की गाड़ी को रविवार को रायबरेली में एक ट्रक ने टक्कर मार दी. हादसे में पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जबकि उसकी मौसी और चाची की मौत हो गई है. पीड़िता ने उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था.
उन्नाव रेप केस की पीड़िता के चाचा जेल में बंद हैं. चाचा से मिलने के लिए पीड़िता, उसकी चाची और वकील महेंद्र सिंह रायबरेली जेल जा रहे थे. इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी. हादसे में पीड़िता और वकील गंभीर रूप से से घायल हो गए, जबकि चाची और मौसी की मौत हो गई. यह हादसा रायबरेली के अतरुआ गांव के पास हुआ. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को फौरन अस्पताल भेजा.
पीड़िता और परिवार वालों की सुरक्षा के लिए जो गार्ड तैनात किए गए थे वे सफर के दौरान उनके साथ मौजूद नहीं थे. पुलिस के आला अधिकारियों ने इसे स्वीकार किया है और कहा है कि इसकी जांच कराई जा रही है.
पीड़िता की कार में एक बड़े ट्रक ने टक्कर मारी है. ट्रक ड्राइवर आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. ट्रक के नंबर प्लेट पर कालिख पुती है. कुछ लोगों का कहना है कि पीड़िता की कार में साजिश के तहत टक्कर मारी गई है.
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ चार जून, 2017 को अपने आवास पर दुष्कर्म किया था. नाबालिग पीड़िता वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ उनसे नौकरी मांगने के लिए आई थी. शिकायत के बावजूद उन्नाव पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस पर पीड़िता ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर आत्मदाह की कोशिश की थी.
विधायक का स्थानीय प्रशासन पर ऐसा असर था कि जब पीड़िता का पिता मामले की पैरवी करने दिल्ली से उन्नाव पहुंचा तो बजाय सुनवाई के उसके ही खिलाफ अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज कर दिया गया. माखी थाने में विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व समर्थकों ने उसे इतना पीटा कि गंभीर रूप से घायल पिता ने दम तोड़ दिया. इस मामले में थानेदार और एक अन्य दरोगा पर केस दर्ज कर दोनों को जेल भेजा जा चुका है.
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