advertisement
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में सोमवार को एक प्राइमरी स्कूल में बड़ा हादसा होने से टल गया. स्कूल की बिल्डिंग के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन बिजली की लाइन की चपेट में आने से 51 बच्चे झुलस गए. घायल बच्चों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
पुलिस अधिकारी ने बताया, हाईटेंशन लाइन का तार स्कूल में लगे पेड़ों से छूकर गुजर रहा है. सोमवार को बारिश की वजह से जमीन गीली थी. लिहाजा, करंट पेड़ और आसपास की गीली जमीन पर उतर आया. जो बच्चे स्कूल की गीली जमीन पर खड़े थे वो बिजली का झटका लगने की वजह से बेहोश हो गए.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, ये घटना सुबह करीब 10 बजे उस वक्त हुई जब छात्र जमीन पर बैठकर अपने जूते उतार रहे थे. ये स्कूल यूपी की राजधानी लखनऊ से करीब 160 किमी दूर पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में स्थित है.
स्कूल की असिस्टेंट टीचर ऋचा सिंह ने कहा, "कुछ सेकंड के लिए, हम समझ नहीं पाए कि क्या हुआ? ज्यादातर बच्चे अपने जूते खोल रहे थे, इसलिए उनके नंगे पैर जमीन के सीधे संपर्क में आने के बाद उन्हें झटका लगा."
जिला मजिस्ट्रेट कृष्ण करुणेश ने कहा कि इतनी बड़ी चूक के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा, “29 बच्चों का इलाज उतराला कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में चल रहा है जबकि 22 का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं."
अधिकारी ने बताया कि इलाके के एक लाइनमैन को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि बिजली लाइनों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार एक दूसरे कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही इलाके की जूनियन इंजीनियर प्रियदर्शी तिवारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)