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देश के कई हिस्सों में बारिश की वजह से बाढ़ आई है. महाराष्ट्र, कर्नाटक के अलावा यूपी और बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. पिछले एक सप्ताह में बाढ़ से सबसे ज्यादा मौतें यूपी में हुई हैं. बारिश थमने के बावजूद बिहार की राजधानी पटना के कई इलाके पानी में डूबे हैं.
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पटना के कई इलाके पानी में डूबने की वजह से पिछले 5 दिनों में फलों और सब्जियों जैसी चीजों के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं.
बिहार में हुई भारी बारिश के बाद पटना के अलावा 14 जिलों में बाढ़ आई है. राज्य में बाढ़ की वजह से मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 73 तक पहुंच गया है.
बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ के पानी की निकासी न होने से नाराज लोगों ने शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि पटना नगर निगम और अन्य सरकारी एजेंसियां बारिश बंद होने के बाद भी कॉलोनियों और अपार्टमेंट से पानी को बाहर निकालने में नाकाम रही हैं.
पटना में दो दिनों से बारिश नहीं हो रही है, लेकिन फिर भी कई इलाकों में अब भी पानी भरा हुआ है. इसी को देखते हुए NDRF की टीम अब भी तैनात है. NDRF के अधिकारी ने बताया, “हमारी टीमें अभी तक रवाना नहीं हुई हैं, वे अभी भी यहां हैं. आज पानी कम हुआ है. चूंकि घुटने के बराबर पानी है अब ऐसे में नावों का उपयोग नहीं किया जा सकता है. लोगों के आवाजाही के लिए ट्रॉलियों और ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.”
पटना नगर निगम द्वारा राजेंद्र नगर में बाढ़ के पानी में केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है. नगर निगम के अधिकारी सौरव कुमार ने बताया, “पानी को गंधहीन बनाने और कीड़ों को नष्ट करने के लिए केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है.”
पटना में फिलहाल बारिश नहीं हो रही है लेकिन फिर भी कई इलाकों में जल जमाव की समस्या बनी हुई है. पटना के राजेंद्र नगर इलाके में स्थानीय लोगों ने पानी में डूबी सड़कों पर जाने के लिए लकड़ी और रबर ट्यूब से नाव बनाया है.
केंद्र सरकार ने नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड (NDRF) से बिहार को एडवांस में 400 करोड़ रुपये का फंड रिलीज किया है. एसडीआरएफ के लिए केंद्र के हिस्से के 213 करोड़ रुपये की किश्त भी एडवांस में जारी कर दी गई है.
NDRF के डीजी एस एन प्रधान ने बताया कि मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. फिलहाल बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हाल सामान्य है.
पटना का पाटलीपुत्र में सड़कों पर लगा पानी
पटना के एक बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने गए BJP सांसद राम कृपाल यादव की नाव पलट गई. स्थानीय लोगों ने यादव को पानी से बाहर निकाला.
पटना के राजेंद्र नगर में 5 दिनों से बाढ़ में फंसी बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है. महिला कई दिनों से बीमार थी.
बाढ़ और पानी जमा होने की समस्या को लेकर बिहार के हाजीपुर में लोगों ने केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का घेराव किया.
पटना में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "मैं पूछ रहा हूं कि देश के कितने हिस्सों में पानी आया है और दुनिया के कितने हिस्सों में पानी आया है? पटना के कुछ मोहल्ले में पानी आया, वही है समस्या? अमेरिका में क्या हुआ था?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल के पास बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की.
केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने पटना में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और शहर में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान वे खुद पानी में डूबी सड़क पर उतरे.
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मिताबिक राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 40 लोग मारे गए हैं और 9 लोगों के घायल होने की खबर है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने बारिश की वजह से लोगों की मौत पर यूपी सरकार को घेरा है. मायावती ने कहा, “भारी बारिश से यूपी के खासकर पूर्वांचल के जिलों में लगभग 100 लोगों की मौत और लाखों परिवारों का जीवन बाढ़ और जलभ्राव की समस्या से काफी बेहाल और अति-संकटग्रस्त है, जिससे निजात दिलाने व राहत पहुंचाने के मामले में सरकारी उदासीनता की शिकायत आम है. सरकार तत्काल ध्यान दे तो बेहतर होगा.
बिहार की राजधानी पटना समेत आसपास के लगातार हो रही बारिश अब रुक गई है. लेकिन राज्य के कई इलाके जलमग्न हैं. बारिश के कारण जलमग्न इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज हो गए हैं. राहत और बचाव में मदद के लिए केंद्र सरकार ने वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए हैं, इसके बावजूद कई प्रभावित इलाकों में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है.
बिहार में कई जिलों के हजारों लोग भले ही बाढ़ और बारिश के पानी में घिरे हों, परंतु पटना की सड़कों पर पानी में नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की एक छात्रा अदिति सिंह अपना फोटो शूट कराकर चर्चा बटोर रही हैं. कुछ लोग हालांकि इसे गलत कह रहे हैं, कई लोग अदिति के इस फैसले के साथ भी हैं.
पीएम मोदी ने ट्वीट करके बताया, “राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति के बारे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की. बाढ़ से प्रभावितों लोगों की मदद के लिए एजेंसियां स्थानीय प्रशासन के साथ काम कर रही हैं. केंद्र हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है.”
उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के सैकड़ों बाढ़ पीड़ित परिवार सरकारी मदद की आस लगाए खुले आसमान के नीचे दिन गुजार रहे हैं. लेकिन यहां दैवी आपदा राहत कोष में धनराशि ही नहीं है.
पैलानी तहसील क्षेत्र के कई परिवार ऐसे हैं, जो खुले आसमान के नीचे बरसाती की पन्नी से आशियाना बनाकर हफ्तों से बसर कर रहे हैं. लेकिन उन्हें सरकारी मदद मिलना दूर की बात रही, अब तक पीड़ितों का सरकारी सर्वे तक नहीं हो पाया है.
पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की.
बिहार की राजधानी पटना जहां पानी-पानी है, वहीं अब राहत के नाम पर राजनीति शुरू हो गई है. मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव सोमवार को जलजमाव वाले क्षेत्र राजेंद्र नगर इलाके में ट्रैक्टर से पहुंचे और उन्होंने राहत सामग्री बांटी. इस बीच, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने राहत शिविर चलाने की बात कही है.
पप्पू यादव ने कहा, "हम भीषण आपदा की स्थिति में पटना के सभी नागरिकों के साथ हैं. आज लोगों की मदद करने की जरूरत है, इसलिए हम पूरे देश की जनता से अपील करते हैं कि वो मदद के लिए आगे आएं. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए."
बिहार में बाढ़ के बाद अब बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. जलभराव के चलते राजधानी पटना की सड़कों पर नावें उतर गई हैं. कई इलाकों में छह से 10 फीट तक पानी जमा है. कमोबेश हर जगह यही मंजर है. हालांकि मौसम विभाग ने बारिश के आसार जताए हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है. बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी.
बिहार बाढ़ के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने हथिनी नक्षत्र को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा,
NDRF और SDRF की टीम ने पटना में डिप्टी सीएम सुशील मोदी को उनके घर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. सुशील मोदी बारिश की वजह से हुए जल-जमाव में अपने घर में फंसे हुए थे.
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने पटना में आए बाढ़ पर सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बीजेपी विधायक के बयान पर जवाब देते हुए कहा,
बीजेपी विधायक अरुण शर्मा ने स्थानीय प्रशासन पर लोगों तक मदद नहीं पहुंचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “हम लगातार हालात का जायजा ले रहे हैं, स्थानीय प्रशासन से मदद की कमी की वजह से रवि शंकर प्रसाद को खुद आना पड़ा.”
केंद्रीय कानून मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने बारिश में फंसे लोगों के लिए मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, “मैंने अपने विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं. मुझे सूचित किया गया है कि फरक्का बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं और कोल इंडिया से बड़े पंप उपलब्ध कराए जाएंगे. एनडीआरएफ ने भी बताया है कि हमारे पास पर्याप्त नावें हैं.
उन्होंने कहा,
'पद्म श्री', 'संगीत नाटक अकादमी' और 'पद्म भूषण' से सम्मानित लोक गायिका शारदा सिन्हा भी बाढ़ के चपेट में आ गई हैं. उन्होंने फेसबुक के जरिए मदद मांगी है. उन्होंने लिखा है, “ राजेन्द्र नगर में अपने घर में पानी में फसी हुई हूं. मदद नहीं मिल पा रही है. NDRF की राफ्ट तक भी पहुंचना असंभव है. पानी महक रहा है. काश भारत में एयर लिफ्ट की सुविधा होती. कोई रास्ता हो तो बताएं.”
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अब तक राज्य में बारिश के कारण 29 लोगों की मौत हो चुकी है.
बिहार सरकार ने पटना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाने के पैकेट और दवाइयां पहुंचाने के लिए भारतीय वायु सेना से दो हेलीकॉप्टरों की मांग की है. इसके अलावा, बिहार सरकार ने आईएएफ से डाइविंग मशीनों के लिए कहा है.
भारी बारिश की वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही, सड़क परिवहन और विमान के संचालन पर असर पड़ा है. लंबी दूरी की 12 ट्रेनों और कई यात्री ट्रेनों का रद्द कर दिया गया है.
बिहार में आज भी बारिश का अलर्ट है, मौसम विभाग ने बिहार के 11 जिलों में आज बारिश की चेतावनी जारी किया है. इनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया,मधेपुरा, सहरसा, बांका, भागलपुर, मुंगेर, कटिहार, खगड़िया शामिल हैं. वहीं समस्तीपुर, वैशाली, दरभंगा, जमुई, लखीसराय, बेगुसराय और मधुबनी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
बिहार में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश का पानी उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह एवं जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, पानी बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित आवास में भी घुस गया है. इसके अलावा पानी बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आवास में भी घुस गया है.
मौसम विभाग ने बिहार में अगले 24 घंटों में बारिश की संभावना जताई है और राज्य सरकार ने इसको लेकर 'रेड अलर्ट' जारी किया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह और जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया है.
पटना में हालत बहुत बदतर हो गई है. पूरा शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है. राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. शहर के कई अस्पताल, दुकान, बाजार जलमग्न हो चुके हैं. यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. जगह-जगह जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है.
पिछले चार दिनों में देश भर में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 110 लोगों की मौत हो गई, जिसमें उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मौतें हुईं. बिहार में लगातार बारिश ने सामान्य जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है. राजधानी पटना के लगभग सभी क्षेत्रों में घुटने के नीचे पानी भरा हुआ है. लोग अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए जद्दोजेहद कर रहे हैं.
राजस्थान के डूंगरपुर में भारी बारिश की वजह से हर तरफ पानी भर गया है. इसी दौरान ट्रक से जाते 20 स्कूली बच्चे पानी में गिरने से बाल-बाल बच गए. स्कूली बच्चों से भरा ट्रक बाढ़ में बहने लगा, लेकिन लोगों ने रस्सी की मदद से सभी बच्चों को बचा लिया.
बारिश की वजह से आए बाढ़ में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें शहर के कई इलाकों में तैनात हैं.
बिहार में भारी बारिश के बाद खगौल में एक पेड़ ऑटो पर गिर गया, पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत हो गई है.
एनडीआरएफ की टीमें पटना के राजेंद्र नगर में स्थानीय लोगों और जानवरों को बचाने के लिए तैनात पहुंची. लगातार हो रही बारिश की वजह से इलाके में पानी भर आया है.
भागलपुर में भारी बारिश की वजह से एक घर की दीवार गिर गई, जिसमें 3 लोगों की मौत की खबर है. साथ ही कई लोग के फंसे होने की आशंका है. रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है.
बिहार में भी पिछले 2 दिन से लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक पटना और आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है. इसी को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने मंगलवार तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है.
जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने संवाददाताओं से कहा, “राजेंद्र नगर और एस के पुरी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कई जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बारिश से पैदा हुई स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य सरकार ने बताया कि 25 लोगों की मौत शनिवार को हुई, वहीं 10 लोगों की शुक्रवार को जान चली गई थी. मौसम विभाग ने रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
प्रयागराज और बनारस समेत आसपास के जिलों मेंभी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.