advertisement
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यूपी बोर्ड की 2019 की इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 23,52,049 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें से कुल 16,47,919 परीक्षार्थी ही यह परीक्षा उत्तीर्ण कर सके. इस तरह से 30 प्रतिशत परीक्षार्थी इस परीक्षा में फेल हो गए.
यूपी बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2015 की इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 27,64,277 परीक्षार्थी शामिल हुए थे और 24,55,496 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे. इस परीक्षा में फेल होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत 11.17 था. साल 2016 की परीक्षा में फेल होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या बढ़कर 12.01 प्रतिशत हो गई और 2017 में ऐसे परीक्षार्थियों का प्रतिशत बढ़कर 17.38 पर पहुंच गया.
साल 2018 की इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,04,093 परीक्षार्थी शामिल हुए थे और 18,86,050 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए थे. इस प्रकार से, साल 2018 में अनुत्तीर्ण हुए परीक्षार्थियों का प्रतिशत बढ़कर 27.57 पर पहुंच गया.
बता दें, कि 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में नई सरकार का गठन होने के बाद नकल विहीन परीक्षा पर विशेष जोर देने से उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों के प्रतिशत में तेज गिरावट आई.
शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) विनय कुमार पांडेय ने बताया कि यूपी बोर्ड की 2019 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 51,91,333 परीक्षार्थी शामिल हुए. हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 28,39,284 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें से 22,73,304 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए. उत्तीर्ण परीक्षार्थियों का प्रतिशत 80.07 रहा.
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा 8,354 और इंटरमीडिएट की परीक्षा 8,291 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न कराई गई और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 8 मार्च, 2019 से 25 मार्च, 2019 तक 230 मूल्यांकन केंद्रों पर संपन्न हुआ.
पांडेय ने बताया कि परिषद मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय-प्रयागराज, मेरठ, बरेली, वाराणसी और गोरखपुर में 28 अप्रैल, 2019 से 29 मई, 2019 तक परीक्षार्थी ग्रीवांस सेल काम करेगा, जहां 2019 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा से जुड़े परीक्षार्थियों की समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण किया जाएगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)