advertisement
उत्तर प्रदेश में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. हर दूसरे दिन हत्या और अपहरण जैसे अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है. अब यूपी के बुलंदशहर में एक वकील की हत्या कर दी गई है. पुलिस को पहले परिवार वालों ने उनके गायब होने की सूचना दी, लेकिन इससे पहले कि पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाती वकील की हत्या कर दी गई. पुलिस इस मामले में पूरे शहर को खंगाल रही थी, लेकिन हत्यारा पड़ोस का ही एक शख्स निकला.
वकील वकील धर्मेंद्र चौधरी को लेकर 25 जुलाई को उनके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर बताया कि वो गायब हैं. इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और पूरे शहर में खोजबीन शुरू हो गई. यही नहीं पुलिस ने पड़ोसी राज्यों तक टीम भेजी. लेकिन आखिरकार जब केस का खुलासा हुआ तो पता चला कि पास में रहने वाला वकील धर्मेंद्र चौधरी का दोस्त विक्की इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड था.
शिकायत के बाद पुलिस की टीम लगातार वकील को खोज रही थीं. लेकिन इस दौरान हत्या करने वाला विक्की खुद पुलिस के साथ जगह-जगह जा रहा था. वो पुलिस की आंख में काफी देर तक धूल झोंकता रहा. विक्की ही वो शख्स था जिससे वकील धर्मेंद्र चौधरी आखिरी बार मिले थे.
इस मामले में हत्या करने वाला विक्की लगातार परिवार और पुलिस को ये जता रहा था कि वो भी उनके साथ है. लेकिन इसी बीच परिवार वालों को धर्मेंद्र चौधरी की एक डायरी मिली. जिसमें विक्की को करीब 80 लाख रुपये उधार देने की बात लिखी थी. जिसके बाद परिवार वालों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने भी तुरंत विक्की को लाइ डिटेक्टर टेस्ट के लिए दिल्ली भेज दिया. लेकिन वो टेस्ट कराने से इनकार करने लगा. जिससे पुलिस का शक और भी ज्यादा बढ़ गया. इसके बाद पुलिस की टीम ने विक्की के उसी गोदाम में छापा मारा, जहां पर धर्मेंद्र चौधरी गए थे. पुलिस की तीन घंटे तक तलाशी के बाद वहां बने एक सीमेंट के गड्ढे में धर्मेंद्र चौहान की लाश मिली. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी विक्की को तुरंत गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके दो नौकरों को भी हिरासत में लिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)