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मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) की सदर तहसील के गांव बीबीपुर ( Bibipur) के प्राथमिक विद्यालय (Primary School) में मिड डे मील (Mid Day Meal) के खाने में छिपकली (Lizard) गिरने से 28 के करीब बच्चों (Children) की तबीयत बिगड़ी. काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची तो जिला पंचायत सदस्य तरुण पाल अपनी गाड़ी से बच्चों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे.
अभिभावकों का आरोप है कि खाने में छिपकली आने के बाद अध्यापकों द्वारा बच्चों को डराया-धमकाया गया. इसके बाद राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल जाना. जबकि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जांच के आदेश दिए.
बताया जा रहा है कि खाने में छिपकली गिर गई थी, जिससे बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. वहीं बच्चों के माता-पिता इस मामले पर कारवाई करने की मांग रहे हैं. एक बच्चे की मां रेनू से जब पत्रकारों ने सवाल किए तो उनका कहना था कि मेरी एक बच्ची है जो यहां पढ़ती है तीन महीने पहले मैंने यहां बोला था कि एक पंखा लगवा लेना लेकिन अभी एक-दो दिन पहले मैं फिर आई थी तो पंखा नहीं लगा था और साथ ही ये कहा कि पंखा तो है लेकिन लगवाते नहीं हैं और खाने में छिपकली भी निकली है. उन्होंने कहा कि बच्चे ने खुद देखा है.
पत्रकार ने पूछा कि जो छिपकली निकली है उसके लिए आप क्या चाहते हैं, तो उन्होने कहा कि हम बस कार्रवाई चाहते हैं इस पर जांच होनी चाहिए और हमारे बच्चों के लिए सुविधाएं भी चाहिए.
बता दें कि पत्रकारों ने स्कूल के शिक्षकों से बात की तो उनका कहना है कि
बच्चे सभी बाहर बैठकर खाना खा रहा थे अचानक बच्चे कहने लगे कि खाने में कुछ है तो हमने कहा कि प्रिंसिपल जी के पास जाओ वही देखेंगे, इस खाने को क्योंकि जो हम कहते हैं वो गलत हो जाता है. फिर बच्चे वहां गए और मैं जो इधर-उधर बच्चे खेल रहे थे मैं उन्हे रोकने चला गया.
स्कूल के प्रिंसिपल से पत्रकारों ने पूछा कि जो इस स्कूल में खाने को लेकर समस्या आ रही है और गांव वालों ने हंगामा भी कर रखा है. बच्चों की तबीयत खराब हो रही है, इसका क्या मामला है, तो प्रिंसिपल ने कहा कि जो सूचना मिली है कि मिड डे मील में छिपकली निकली है तो मैंने इसके अंतर्गत सबसे पहले डीओ सदर को भेजा उसके बाद फिर मैं भी तुरंत आया हूं.
प्रिंसिपल ने आगे कहा कि, इस पर एक जांच कमेटी बना दी है जिसमें प्रमोद शर्मा जानसठ, ध्यानचंद्र बीओ सदर और एमडीएस तीनों को जांच सौंप दिया है और दो दिन में ही रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. यहां आने से पहले हमें खाना नहीं मिल पाया है खाना फिकवा दिया गया है जो बच्चे ज्यादा बीमार थे उन्हे हॉस्पिटल भेज दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मैं यकीन दिलाता हूं, कि आगे से ऐसा नहीं होगा,आज से बच्चों को अच्छा खाना दिया जाएगा. और इसकी भी जांच होगी कि किसने खाना फेंका है, जिसने भी खाना फेंका होगा उसपर कठोर कार्रवाई होगी.
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