Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019यूपीः कस्तूरबा गांधी स्कूल से भागी 6 लड़कियां, वार्डन पर लगाए आरोप

यूपीः कस्तूरबा गांधी स्कूल से भागी 6 लड़कियां, वार्डन पर लगाए आरोप

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का मामला

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
(फोटोः Twitter)
i
null
(फोटोः Twitter)

advertisement

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल से छह लड़किया गायब हो गईं. काफी ढूंढने के बाद सभी लड़कियां पास के ही एक गांव में मिलीं.

जब स्कूल छोड़कर चली गई नाबालिग लड़कियों से कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्कूल वार्डन ने उन पर टॉयलेट साफ करने का दवाब बनाया था. हालांकि, स्कूल ने नाबालिग लड़कियों के इन आरोपों को खारिज किया है.

स्कूल से लड़कियों के गायब होने की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को मामले पर संज्ञान लेने के निर्देश दिए हैं.

छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन पर लगाए ये आरोप

छात्राओं का आरोप है कि होस्टल की वार्डन उनसे टॉयलेट साफ कराती है. साथ ही बर्तन और कपड़े धोने के लिए भी मजबूर करती है. इसी वजह से उन्हें स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.

BSA ने छात्राओं के आरोपों को किया खारिज

हॉस्टल में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद बीएसए वीपी सिंह ने बताया कि लड़कियां तड़के ही स्कूल से निकलीं और टेंपो में सवार होकर पड़ोस के गांव चली गईं, जहां उनके साथ की एक अन्य छात्रा मानसी का घर है.

बच्चों को वापस स्कूल लाया गया. हमने इस मामले में मानसी के माता-पिता से भी बात की है.  
वीपी सिंह, बीएसए, बाराबंकी

छात्राओं की ओर से लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा-

हमारे पास अपने सफाई कर्मचारी हैं. बच्चों से इस तरह का कोई काम नहीं कराया जाता है. बच्चों का हाल ही में स्कूल में दाखिला कराया गया है, इसलिए उन्हें एडजस्ट होने में परेशानी हो रही थी. धीरे-धीरे वे स्कूल में एडजस्ट हो जाएंगी.

उन्होंने कहा, ‘आवासीय स्कूलों में बच्चों को अनुशासन सिखाने के लिए बच्चों को कहा जाता है कि वे अपने बेड खुद साफ करें...अपने बर्तन खुद धोएं. लेकिन उनसे स्कूल परिसर का कोई काम नहीं कराया जाता है.’

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हॉस्टल वार्डन ने किया आरोपों को खारिज

हॉस्टल की वार्डन ने भी आरोपों को खारिज किया है. वार्डन ने कहा कि बच्चे ऐसे आरोप इसलिए लगाते हैं, क्योंकि उन्हें अपने घर की याद आती है. उन्होंने कहा-

मैंने सुना कि लड़कियां अपने घर जाने के लिए रो रहीं थीं. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता को बुलाया जाए. इसके बाद, एक लड़की ने उन्हें स्कूल से भागने के लिए उकसाया और वे पड़ोस के गांव में रहने वाली लड़की के घर पहुंच गईं.  

वार्डन ने कहा कि अगर बच्चों पर कोई इस तरह के काम करने के लिए दवाब बनाता भी है तो हम उसके खिलाफ एक्शन लेते हैं. हमारे पास चार सफाई कर्मचारी हैं, हम बच्चों से ऐसा काम नहीं कराते हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT