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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुई ढ़ाई साल की बच्ची की निर्मम हत्या पर पूरे देशभर में गुस्सा है. चारों तरफ से यूपी सरकार और पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ने के बाद अब इस मामले में कार्रवाई तेज हो चुकी है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों पर POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इसके अलावा केस की जांच के लिए एक एसआईटी का भी गठन कर दिया गया है.
पुलिस ने इस मामले को लेकर पहले जहां रासुका के तहत जांच की बात की थी, वहीं अब POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस) एक्ट लगा दिया गया है. जबकि पुलिस का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह के सेक्सुअल हैरेसमेंट की बात साबित नहीं हुई है
अलीगढ़ में ढ़ाई साल की बच्ची के साथ हुई इस घटना पर जहां पूरा देश गुस्से में है और आरोपियों को कड़ी सजा की मांग कर रहा है, वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अभी तक इस मामले पर चुप्पी साध रखी है. उनकी तरफ से अभी तक मामले को लेकर कोई भी बयान जारी नहीं हुआ है.
पुलिस ने इस मामले में शुरुआती कार्रवाई कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा 5 पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है.
अलीगढ़ की इस घटना को लेकर लगातार बढ़ते विरोध के बाद यूपी पुलिस अब इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश में जुटी है. पुलिस का कहना है कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की पूरी कोशिश की जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर इस दरिंदगी की आलोचना की और आरोपियों को कड़ी सजा की बात कही.
मृतक बच्ची की मां का कहना है कि आरोपियों ने उनके सामने अपना गुनाह कबूला था और कहा था कि तुम्हें जो करना है करो. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मोदी सरकार और योगी सरकार को आरोपी को फांसी की सजा देनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश सरकार ने ढाई साल की बच्ची की हत्या के दो आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज कर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रांसफर करवाने का फैसला लिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ आकाश कुलहरि ने कहा, "हम इसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के मामले के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं, हम इसे एक फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने की कोशिश करेंगे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म या एसिड हमले का जिक्र नहीं है."
एसएसपी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम करने के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई थी. उन्होंने दुष्कर्म की खबरों का खंडन किया.
अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या के केस में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. उनका कहना है कि लड़की के पिता ने जाहिद से 10 हजार रुपये लिए थे, लेकिन रुपये नहीं लौटाए.
बच्ची की हत्या के आरोप में पुलिस ने दो लोगों- जाहिद और असलम को गिरफ्तार किया है. जाहिद ने कथित रूप से लड़की को मार डाला, जबकि दूसरे आरोपियों ने अपराध करने में उसकी मदद की. आरोपियों ने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर की और उसकी आंखें भी फोड़ दी थी.
अलीगढ़ के टप्पल में मासूम बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या करने के मामले में थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश कुलहरि के मुताबिक ढाई साल की बच्ची के अपहरण के बाद उसको खोजने की ढंग से कोशिश नहीं की गई. आरोपियों का पता लगाने और उनकी गिरफ्तारी की कोशिश नहीं की गई.
कुलहरि ने बताया कि इन सब लापरवाही को लेकर थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह, दरोगा सत्यवीर सिंह, अरविंद कुमार, शमीम अहमद और कांस्टेबल राहुल यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.
अलीगढ़ में मासूम बच्ची के पिता ने हत्यारे को फांसी की सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा, "हम सरकार से मांग करते हैं कि हत्यारे को फांसी की सजा दी जाए."
मासूम बच्ची की हत्या पर दुख जताते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने कहा, “इस भयावह तरीके से की गई हत्या के बारे में पढ़ना बहुत ही घिनौना है, जिसमें एक निर्दोष के जीवन को एक अमानवीय तरीके से जीने का अधिकार छीन लिया गया. दुखी परिवार के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. आखिर दुनिया को हुआ क्या है.”
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कहा कि बच्ची की पहचान उजागर करना पॉक्सो कानून, 2012 की धारा 23 और जेजे कानून,2015 की धारा 74 के तहत दंडनीय अपराध है.
परामर्श में कहा गया है, ‘‘प्रशासन और पुलिस इस संबंध में उचित कार्रवाई कर रही है. मीडिया संगठनों को रिपोर्टिंग करते समय बहुत ही सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है ताकि बच्ची की पहचान उजागर न हो, क्योंकि यह दंडनीय अपराध है.’’
बच्ची की हत्या के आरोप में पकड़े गए एक शख्स को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया है कि ये आरोपी अपनी ही बेटी के रेप केस में सजा काट रहा है और फिलहाल जमानत पर बाहर था.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पुलिस ने बताया कि इस आरोपी को पहले भी 2014 में गिरफ्तार किया जा चुका है. इस पर आरोप था कि उसने अपनी 7 साल की बेटी के साथ बलात्कार किया है. इसके अलावा भी अलीगढ़ मामले के इस आरोपी पर किडनैपिंग, महिला हिंसा जैसे चार और केस चल रहे हैं.
अलीगढ़ में ढ़ाई साल की बच्ची की हत्या के मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. क्विंट से बातचीत में एसपी मणिलाल पाटीदार ने बताया कि इस केस में आरोपी जाहिद के भाई मेहदी हसन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
यूपी पुलिस ने आरोपी जाहिद की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है. बच्ची का शव इसी महिला के दुप्पटे में लपेट कर फेंका गया था.
अलीगढ़ में मासूम बच्ची की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार दो आरोपियों में से एक पर पहले बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों में दो बार कार्रवाई हो चुकी है. पुलिस ने शनिवार को बताया कि आरोपी असलम के खिलाफ 2014 और 2017 में POCSO एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है. पाक्सो का दूसरा मामला दिल्ली के गोकुलपुरी का है, जिसमें आरोपी ने नाबालिग का अपहरण भी किया था.
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