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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जिलों के नाम बदलने का सिलसिला अभी भी जारी है. फैजाबाद और इलाहाबाद के बाद अब अलीगढ़ का नाम बदलने की कवायद शुरू हो गई है.
मंगलवार, 7 नवंबर को अलीगढ़ नगर निगम बोर्ड अधिवेशन ने अलीगढ़ का नाम बदलकर 'हरिगढ़' करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इसके बाद ये प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है. अगर योगी सरकार इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे देती है ओर यूपी में एक और जिले का नाम बदल जाएगा.
इससे पहले 2021 में जिला पंचायत में भी अलीगढ़ को हरिगढ़ नाम देने का प्रस्ताव पास हो चुका है. हालांकि इसकी रिपोर्ट पर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है.
इस प्रस्ताव पर अलीगढ़ के मेयर प्रशांत सिंहल का कहना है,
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई जिलों का नाम बदलना सरकार के एजेंडे में शामिल है. इसमें निम्नलिखित जिले हैं-
मैनपुरी को मय नगर
सुल्तानपुर को कुश भवनपुर
फिरोजाबाद को चंद्र नगर
मिर्जापुर को विन्ध्यधाम
शाहजहांपुर को भामाशाह
फर्रुखाबाद को पांचाल नगर
बदायूं को वेदामऊ
संभल को कल्कि नगर या पृथ्वीराज नगर
देवबंद को देववृंदपुर
गाजीपुर को गाधिपुरी
योगी सरकार ने अब तक 2 जिलों के नाम बदले हैं. फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या और इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया किया गया. 2018 के अक्टूबर में इलाहाबाद और नवंबर में फैजाबाद के नाम बदले गए थे. हालांकि, इससे पहले अखिलेश सरकार के कार्यकाल में 9 जिलों के नाम बदले गए थे.
पुराना नाम- नया नाम
प्रबुद्ध नगर- शामली
भीम नगर- संभल
पंचशील नगर- हापुड़
महामाया नगर- हाथरस
ज्योतिबा फुले नगर- अमरोहा
कांशिराम नगर- कासगंज
छत्रपति महाराज नगर- अमेठी
रमाबाई नगर- कानपुर देहात
संत रविदास नगर- भदोही
अखिलेश सरकार ने संत रविदास नगर को छोड़कर इन सभी जिलों के नाम 30 जुलाई 2017 को बदले थे. संत रविदास नगर का नाम 15 जनवरी 2015 को बदला गया था.
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