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उतर प्रदेश में सरकार सामूहिक विवाह योजना चला रही है. मतलब एक साथ कई जोड़ों की शादी. जिसके तहत शादी का खर्च सरकार उठाती है. गरीब परीवार की लड़कियों को शादी के लिए प्रदेश सरकार 35 हजार रुपये की राशि देती है. लेकिन अब इस शादी में सरकार की और से दिए गए गहने को लेकर सवाल उठने लगे हैं. कई नवविवाहित औरतों ने गहने के नकली होने के आरोप लगाए हैं.
मामला है उत्तर प्रदेश के औरैया जिले की. जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 55 लड़कियों की शादी हुई थी. जिसमें 25 नवविवाहिताओं ने जिला मुख्यालय पहुंचकर नकली जेवर दिए जाने का आरोप लगाया.
मामला सामने तब आया जब 25 नवविवाहिताएं जिला मुख्यालय पहुंच गईं और जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. डीएम श्रीकांत ने मामले में की जांच कराने का आश्वासन दिया. नवविवाहिताएं उनके आश्वासन से संतुष्ट नही हैं.
नवविवाहिताओं में से एक ने बताया कि उन्हें जेवर नकली होने का शक हुआ तो वे अन्य नवविवाहितों के साथ एक सुनार के पास पहुंचीं. सुनार ने जेवर चांदी की बजाय लोहे का बताया. इसके बाद सभी नवविवाहिताएं भड़क उठीं और कलेक्ट्रेट जा पहुंचीं.
नवविवाहितों ने प्रशासन से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुई उनकी शादी में खेल किए जाने का आरोप लगाया. और कहा कि इस योजना के तहत उन्हे नकली जेवर दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि मिलने वाली राशि 35 हजार रुपये की थी, लेकिन व्यवस्था के नाम पर 15-15 हजार रुपये भी काट लिए गए.
समाज कल्याण अधिकारी विनीत तिवारी ने पूरे मामले में की जांच कराने की बात कही है.
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