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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मऊ (Mau) से पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की बहू और विधायक अब्बास की पत्नी निकहत बानो (Nikhat Bano) को 188 दिनों के बाद चित्रकूट जेल से रिहा किया गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद निकहत की रिहाई हुई है. निकहत पर आरोप है कि वो गैर कानूनी तरीके से जेल में बंद अपने विधायक पति से मुलाकात करने जाती थीं.
इसी साल फरवरी महीने में निकहत को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वो चित्रकूट की जिला जेल रगौली में अपने पति अब्बास अंसारी से मुलाकात करने पहुंची थीं. निखत पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने पति से जेल में बिना रोक-टोक मुलाकात की.
गिरफ्तारी से पहले चित्रकूट की जेल में निकहत बानो के आने जाने पर जेल प्रशासन की मिलीभगत का भी आरोप लगा था. आरोप है कि निकहत ने समाजवादी पार्टी नेता की मदद से कपसेठी स्थित विकास नगर में किराए पर मकान भी ले लिया था. जेल में कैंटीन संचालक के जरिए निकहत ने जेल अफसरों से सेटिंग की और पति से रोजाना बेरोकटोक मुलाकात करने लगी.
जानकारी के मुताबिक इस मुलाकात का सिलसिला करीब दो महीने तक चलता रहा. इसके बाद इस बात की भनक एसपी वृन्दा शुक्ला को लग गई.
10 फरवरी 2023 को डीएम अभिषेक आनंद और एसपी वृंदा शुक्ला ने जिला कारागार में छापेमारी की, जिसमें जेल प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराए गए VIP कमरे में निखत बानो को गिरफ्तार किया गया. जिस जेल में निखत बानो अपने पति से गैरकानूनी मुलाकात में पकड़ी गईं, उसी में उनको 188 दिन बंदी बनकर बिताना पड़ा.
पुलिस ने तब जेल वार्डन जगमोहन, जेलर संतोष कुमार, जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर और डिप्टी जेलर चंद्रकला को भी गिरफ्तार किया था.
निखत बानो को कई दिन पहले सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी. गुरुवार को ट्रायल कोर्ट से परवाना जिला कारागार को मिलने के बाद देर रात कड़ी सुरक्षा के बीच रिहाई हुई.
जेल के मेन गेट से निखत जैसे ही बाहर निकलीं, तो जेल के बाहर निकहत का बेटा मौजूद था, निकहत ने बेटे को गोद में लेकर गले लगा लिया.
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