advertisement
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 20 जुलाई को 24 घंटे के बाद अपना धरना खत्म किया. प्रियंका ने यहां लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, "मैं वापस दिल्ली जा रही हूं क्योंकि पीड़ित परिवार से मिलने का मेरा उद्देश्य पूरा हो गया है. लेकिन मैं जल्दी ही वापस आऊंगी. मैं अपने भाई राहुल गांधी के निर्देशों के अनुसार यहां आई थी."
मिजार्पुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) अनुराग पटेल ने शनिवार को एक यू-टर्न लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जाने के लिए स्वतंत्र हैं क्योंकि उन्हें न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है. डीएम ने शुक्रवार रात प्रियंका को 50 हजार रुपये का निजी बॉन्ड देने को कहा, ताकि वह वहां से जा सकें.
प्रियंका ने कहा कि वह सोनभद्र में हुई झड़प में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से जा रहीं थी, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक लिया. वह चाहती हैं कि उन्हें वहां जाने से रोकने का लिखित आदेश दिखाया जाए. उन्होंने कहा कि वह पीड़ितों से मिलने के लिए सिर्फ चार लोगों के साथ भी सोनभद्र जाने को तैयार हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र की घटना में 10 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने कहा है कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी, जब कांग्रेस की सरकार थी, इसके लिए सीधे तौर पर कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है.
प्रियंका गांधी को रोके जाने पर कांग्रेस ने योगी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा है कि हम बीजेपी सरकार के हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं.
प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोके जाने पर राहुल गांधी ने नाराजगी जताई है. राहुल ने कहा कि प्रियंका को गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लेना परेशान करने वाली बात है. राहुल ने कहा कि बीजेपी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रही है.
कांग्रेस ने एक प्रेस रिलीज जारी करके प्रियंका गांधी को तुरंत रिहा करने की मांग की है. पार्टी ने कहा है कि प्रियंका की हिरासत और लोगों पर अत्याचार के खिलाफ देश में धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा.
सोनभद्र में मारे गए लोगों के परिवारवालों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी के काफिले को प्रशासन ने बीच में ही रोक लिया था. अब उन्हें चुनार के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अपराध रोकने में तो नाकामयाब है लेकिन मुझे मेरा कर्तव्य करने से रोक रही है. प्रियंका ने लिखा कि मुझे पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने से कोई रोक नहीं सकता.
सोनभद्र में हुए नरसंहार के पीड़ितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले किया. इसके खिलाफ दिल्ली और लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. चेन्नई में भी धरना-प्रदर्शन किया गया है.
सोनभद्र जाने से रोकी गई प्रियंका गांधी को चुनार के जिस गेस्ट हाउस में रखा गया है, वहां की बिजली गुल हो गई है. प्रियंका कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अंधेरे में बैठीं हैं.
प्रियंका गांधी ने निजी मुचलके पर जमानत लेने से इनकार कर दिया है. प्रियंका ने कहा कि डीएम और एसपी ने आकर बताया कि उन्हें धारा 107/16 में गिरफ्तार किया गया है और वो चाहें तो निजी मुचलका भर कर जा सकती हैं.
मिर्जापुर के चुनार स्थित गेस्ट हाउस में धरने पर बैठीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि वो किसी भी कीमत पर जमानत के लिए निजी मुचलका भरने को तैयार नहीं हैं. प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं जमानत बिलकुल नहीं भरूंगी, मैं एक पैसा नहीं भरूंगी. मैंने कहा था कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लगी हुई है तो मैं उसका उल्लंघन नहीं करूंगी 2 ही लोग जाएंगे. लेकिन कार्रवाई हुई और मुझे यहां 7 घंटों से रखा हुआ है. मैं पीड़ितों से मिले बगैर यहां से हिलने वाली नहीं हूं.’’
शुक्रवार देर रात 1 बजे प्रियंका गांधी से मिलने के लिए यूपी पुलिस के कई आला अधिकारी मिलने पहुंचे. ये अधिकारी प्रियंका से ये कहने आए थे कि उनको पीड़ित परिवारों से मिले बगैर ही जाना होगा. लेकिन प्रियंका ने ये साफ कर दिया कि वो अपने फैसले पर अडिग हैं.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘यूपी सरकार ने ADG वाराणसी श्री बृज भूषण, वाराणसी कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मिर्जापुर, DIG मिर्जापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहां से पीड़ित परिवारों से मिले बगैर चली जाऊं. सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं. न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागजात दिए. मैंने इनसे कहा है कि मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ्तारी हर तरह से गैर-कानूनी है.’’
प्रियंका ने कहा कि सरकार के दूत मनाने आए थे लेकिन वो अपने फैसले पर अडिग हैं. प्रियंका ने ट्वीट किया,‘‘मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती. मैंने यह साफ कहा कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आई थी सरकार के दूतों से कहा है कि बगैर मिले मैं यहां से वापस नहीं जाऊंगी.’’
चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के कई कार्यकर्ता धरने पर बैठे हैं. शनिवार सुबह कार्यकर्ता गेस्ट हाउस के बाहर नजर आए. प्रियंका गांधी शुक्रवार को सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने पहुंची थीं, लेकिन उन्हें नारायणपुर में ही हिरासत में ले लिया गया.
प्रियंका गांधी के बाद टीएमसी के सांसद भी सोनभद्र नरसंहार में पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचने वाले थे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. TMC सांसदों को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पुलिस ने रोक लिया है. इससे पहले प्रियंका गांधी को भी हिरासत में लिया गया था.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी अब उत्तर प्रदेश के चुनार जाने वाले हैं. जहां प्रियंका गांधी शुक्रवार से धरने पर बैठी हैं. प्रियंका गांधी शुक्रवार को सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने पहुंची थीं, लेकिन उन्हें नारायणपुर में ही हिरासत में ले लिया गया.
प्रियंका गांधी ने फिर दोहराया कि बिना पीड़ित परिवार से मिले वापस नही जाऊंगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई और तरीका वो ढूंढ़ना चाहें तो भी में सहमत हूं. प्रियंका ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या बीजेपी का कोई सांसद विधायक वहां गया था?
सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के नेता वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया था. इससे पहले पुलिस ने प्रियंका गांधी को भी शुक्रवार को हिरासत में ले लिया था और पीड़ितों के परिवार से मिलने की इजाजत नहीं दी.
यूपी के चुनार गेस्ट हाउस में धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी से मिलने खुद ही पीड़ित परिवार पहुंच चुके हैं. प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की . इस दौरान प्रियंका पीड़ितों का दुख सुनकर भावुक भी हो गईं.
चुनार गेस्ट हाउस में मौजूद प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़ितों के परिजनों ने मुझसे मुलाकात की है, लेकिन 15 लोगों को पुलिस ने बाहर ही रोक लिया है. यही नहीं मुझे भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. भगवान जाने इनकी मानसिकता क्या है.
सोनभद्र में हुई फायरिंग को लेकर अब कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचा है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल राम नईक से मुलाकात की.
सोनभद्र फायरिंग का एक पीड़ित परिवार 70 किलोमीटर दूर से यूपी के चुनार में मौजूद प्रियंका गांधी से मिलने पहुंच गया. परिवार ने क्विंट से बातचीत में बताया कि गांव के नजदीक भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, इसीलिए उन्हें छिप-छिपकर प्रियंका से मिलने पहुंचना पड़ा.
चुनार में धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी को समर्थन करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं को वाराणसी एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया है. कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, राज बब्बर, रनजीत प्रताप नारायण, जितिन प्रसाद और राजीव शुक्ला को वाराणसी एयरपोर्ट पर रोका गया है.
प्रियंका गांधी ने सोनभद्र पीड़ितों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. प्रियंका ने पीड़ितों के परिवार से मुलाकात की, जिसके बाद अब वो कुछ ही देर में अपना धरना खत्म करेंगी. उन्होंने इस दौरान प्रदेश सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने लोगों की कोई मदद नहीं की. कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जिनके माता-पिता की हत्या कर दी गई.
चुनार गेस्ट हाउस से निकलकर प्रियंका गांधी अब वाराणसी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंच रही हैं. फिर विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद वो काल भैरव दर्शन के लिए जाएंगी.
तृणमूल कांग्रेस ने प्रियंका गांधी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “धरने पर बैठे तृणमूल कांग्रेस के डेलिगेशन के पास आने और उनसे विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए शुक्रिया. वीडियो वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर का है. जमीन के अधिकार के लिए आदिवासियों की बेहद खौफनाक हत्याएं.”
सोनभद्र में हुए जातीय नरसंहार के पीड़ितों के परिजनों से मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में मुलाकात करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले प्रियंका ने मंदिरों में दर्शन किए. मिर्जापुर से निकलने के बाद कांग्रेस नेता वाराणसी गईं और यहां काल भैरव मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना की. उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन कर पूजा-अर्चना की.
इस दौरान उनके साथ पार्टी की वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद सुष्मिता देव, वाराणसी से पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार रहे अजय राय और पार्टी नेता अजय कुमार लालू मौजूद रहे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)