Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019उत्तराखंड आपदा: तपोवन टनल की 166 मीटर तक सफाई, कुल 62 लोगों की मौत

उत्तराखंड आपदा: तपोवन टनल की 166 मीटर तक सफाई, कुल 62 लोगों की मौत

तपोवन परियोजना की एक सुरंग के अंदर जिंदगी की तलाश अब भी जारी

आईएएनएस
भारत
Published:
तपोवन परियोजना की एक सुरंग के अंदर जिंदगी की तलाश अब भी जारी
i
तपोवन परियोजना की एक सुरंग के अंदर जिंदगी की तलाश अब भी जारी
(फोटो: IANS)

advertisement

उत्तराखंड के चमोली जिले में आपदा प्रभावित तपोवन परियोजना की एक सुरंग के अंदर जिंदगी की तलाश अब भी जारी है. इसके लिए सुरंग की सफाई का काम भी तेजी से चल रहा है. 19 फरवरी को भी अलग-अलग गैजेट्स की मदद से बचाव दल मशक्कत करता नजर आया. एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हम सुरंग के 166 मीटर अंदर 6 मीटर की ढलान तक पहुंच गए हैं, हम सभी गैजेट्स का इस्तेमाल कर अधिक शवों की तलाश कर रहे हैं.

कुछ अन्य जगहों पर भी बचाव दल ने 143 लापता व्यक्तियों के लिए अपने खोजी अभियान में डॉग स्क्वॉड, दूरबीन, राफ्ट और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया.  

ऋषिगंगा नदी में 7 फरवरी के जलप्रलय के बाद लगभग 204 व्यक्ति लापता हो गए थे.

अब तक कुल 61 शव बरामद

18 फरवरी को सुरंग के अंदर दो और शवों की बरामदगी के बाद अब तक कुल 61 शव बरामद किए गए हैं. सुरंग के अंदर पानी और कीचड़ की मौजूदगी के कारण खुदाई का काम बाधित हो रहा है. अधिक मात्रा में कीचड़ के कारण शवों को अधिकतम देखभाल के साथ बाहर निकालने के लिए एहतियातन ऑपरेशन धीमी गति से चल रहा है.

सुरंग के अंदर से अब तक तेरह शव मिले हैं. बचावकर्मी दो प्रमुख स्थानों पर काम कर रहे हैं - एक सुरंग के अंदर और दूसरा रैणी में ऋषिगंगा परियोजना के अवशेषों पर. रैणी गांव के पास बचाव अभियान में स्निफर डॉग्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा नदियों में भी खोज की जा रही है. 

एसडीआरएफ की कुल 12 टीमें रैणी गांव से नीचे की ओर श्रीनगर शहर क्षेत्र में दूरबीन, स्निफर डॉग और राफ्ट का उपयोग कर शवों की तलाश कर रही हैं. राफ्टिंग का उपयोग ऋषिगंगा, धौलीगंगा और अलकनंदा नदियों में किया जा रहा है, जो गंगा की सभी सहायक नदियां हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT