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बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने रविवार, 10 अक्टूबर को कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence) को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में बदलने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने इसे "अनैतिक" और "खतरनाक" बताते हुए पार्टियों से "तुच्छ राजनीतिक लाभों को राष्ट्रीय एकता से ऊपर न रखने" को कहा.
लखीमपुर खीरी हिंसा पर शुरू से ही मुखर वरुण गांधी ने ट्वीट किया कि
मीडिया हाउस इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पीलीभीत संसदीय क्षेत्र लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने कहा कि “प्रदर्शनरत किसानों के लिए बात-बात पर खालिस्तानी शब्द का इस्तेमाल करना न केवल इन महान सपूतों की पीढ़ियों का अपमान है बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय एकता के लिए भी बेहद खतरनाक है. अगर इससे गलत प्रतिक्रिया भड़काती है तो”
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते वरुण गांधी और मेनका गांधी को बीजेपी की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति से हटा दिया गया था. वरुण गांधी को बाहर करने का यह फैसला लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर उनके निंदा करने के कुछ घंटे बाद आया.
वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में चार किसानों की मौत में शामिल लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी.
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