शायद फिर इस जनम में मुलाकात हो ना हो...

अभिनेत्री साधना का आज सुबह मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में निधन हो गया, वह 74 साल की थीं

द क्विंट
भारत
Updated:
साधना का जन्म 2 सितंबर, 1941 को शहर कराची (पाकिस्तान) में हुआ था.
i
साधना का जन्म 2 सितंबर, 1941 को शहर कराची (पाकिस्तान) में हुआ था.
null

advertisement

हिंदी सिनेजगत की वेटरन एक्ट्रेस साधना शिवदासानी का शुक्रवार को करीब साढ़े ग्याह बजे निधन हो गया. वे 74 साल की थीं. मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. शनिवार को मुंबई में उनका अंतिम संस्कार होगा.

साधना के एक पारिवारिक मित्र ने बताया कि वह लंबे वक्त से मुंह के कैंसर से जूझ रही थीं. दिसंबर 2014 में उनके मुंह के कैंसर की मुंबई में ही एक सर्जरी भी हो चुकी थी.

आखिरी सलाम...

साधना के देहांत की खबर मिलते ही, बॉलिवुड के कई दिग्गजों ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी.

करीना कपूर की मां और बीते ज़माने की दिग्गज अदाकारा बबिता, साधना की चचेरी बहन थीं.

हिंदी फिल्म श्री 420 से अपने करियर की शुरूआत करने वाली एक्ट्रेस साधना ने 60 के दशक में अपने हेयर स्टाइल से ऐसा जलवा बिखेरा कि ‘साधना कट’ पूरे भारत की गली-गली में मशहूर हो गया.

स्टाइल आइकॉन साधना

अपने हेयरकट की वजह से ही वे बॉलिवुड की स्टाइल आइकॉन के रूप में पहचानी जानी थीं. साधना ने करीब 35 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया और अपनी अदाकारी से बॉलीवुड में बेहद जल्द ही बड़ा मुकाम भी हासिल कर लिया.

1960 और 1970 के बीच वे बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस की फेहरिस्त में शुमार थीं.

‘लव इन शिमला’ का एक पुराना पोस्टर

‘लव इन शिमला’ से मिली पहचान

फिल्म ‘लव इन शिमला’ में साधना के रोल की खूब चर्चा हुई और रातोंरात बॉलिवुड में उनकी शोहरत बढ़ गई. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ही साधना और जाने-माने फिल्म निर्देशक राम कृष्ण नैयर की मोहब्बत परवान चढ़ी और फिर दोनों 7 मार्च 1966 को हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए.

डायरेक्टर राम कृष्ण नैयर और साधना

आखिरी रैंप वॉक

फिल्मी दुनिया को अलविदा कहने के बाद उन्हें फिल्मों से जुड़े कार्यक्रमों में शारीक होना बंद कर दिया था. मई 2014 में पब्लिक अपीयरेंस से बचने वाली साधना, अचानक एक रैंप पर एक्टर रणबीर कपूर के साथ वॉक करती दिखाई दीं.

यह उनकी लाइफ का पहला और आखिरी रैंप वॉक था.

कैंसर अवेयरनेस इवेंट में रणबीर कपूर के साथ साधना शिवदासानी (फोटो : Twitter/@manav22)

हमेशा याद रहेगा...

वक्त, वो कौन थी, मेरा साया, मेरे महबूब, आरजू, राजकुमार, एक मुसाफिर-एक हसीना, असली नकली जैसी पॉपुलर फिल्मों में उन्होंने काम किया. इन फिल्मों को बॉलिवुड इंडस्ट्री कभी नहीं भुला पाएगी.

और जो हमेशा याद रहेगा, वो है यह गीत ‘झुमका गिरा रे, बरेली के बाजार में…’

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 25 Dec 2015,03:40 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT