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हैदराबाद में साइबराबाद पुलिस ने 6 दिसंबर की तड़के महिला वेटेरनरी डॉक्टर के रेप और मर्डर के चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया. लेकिन तेलंगाना में ऐसे एनकाउंटर का ये कोई पहला केस नहीं है. तेलंगाना के वारंगल में ऐसा ही एनकाउंटर साल 2008 में भी हुआ था.
दिलचस्प ये है कि इन दोनों ही एनकाउंटर को लेकर पुलिस ऑफिसर वी.सी. सज्जनार सुर्खियों में रहे. साल 2008 में सज्जनार वारंगल में पुलिस अधीक्षक के तौर पर तैनात थे और अब वह साइबराबाद के मौजूदा पुलिस कमिश्नर हैं.
दिसंबर 2008 में तेलंगाना (तब आंध्र प्रदेश) के वारंगल में ककातिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की दो लड़कियों पर एसिड अटैक हुआ था. इस हमले में एक लड़की गंभीर रूप से झुलस गई थी, जबकि दूसरी ने दम तोड़ दिया था. उस समय भी राज्य के लोग आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग कर रहे थे.
पुलिस ने कहा था कि जब वारंगल पुलिस आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर जा रही थी तब उन्होंने पुलिस पर हमला किया और भागने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने क्रॉस फायरिंग में तीनों को मार गिराया. इसके बाद वीसी सज्जनार वारंगल के 'हीरो' बन गए.
वारंगल मुठभेड़ के बाद राज्य में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में वीसी सज्जनार की विशेष भूमिका रही, जिसके बाद उन्हें 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के रूप में जाना जाने लगा. मई 2009 में जब वीसी सज्जनार वारंगल में पुलिस अधीक्षक के तौर पर तैनात थे, तब पुलिस ने राज्य के टॉप माओवादी नेताओं में से एक पी सुधाकर रेड्डी और उसके एक साथी को एनकाउंटर में मार गिराया था.
वीसी सज्जनार 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जिनका जन्म कर्नाटक के हुबली में हुआ था. उन्होंने आंध्र प्रदेश के पुलविंदर से पुलिस उपाधीक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था.
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