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'कैफे कॉफी डे' के मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद कर लिया गया है. कर्नाटक की नेत्रावती नदी से उनका शव मिला है. इस मामले से जुड़े तमाम अपडेट आप इस LIVE ब्लॉग में देख सकते हैं.
CCD फाउंडर वीजी सिद्धार्थ का चेतनाहल्ली एस्टेट में दाह संस्कार कर दिया गया. कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने भी वीजी सिद्धार्थ को श्रद्धांजलि दी. सिद्धार्थ का शव आज सुबह नेत्रावती नदी से बरामद हुआ था.
वीजी सिद्धार्थ के चेतनाहल्ली एस्टेट में उनका अंतिम संस्कार शुरू हो गया है. सिद्धार्थ के शव को चिता के करीब लाया गया है. हजारों की संख्या में लोग वहां मौजूद हैं.
कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने वीजी सिद्धार्थ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया भर में भारतीय कॉफी को मशहूर किया था.
CCD के मालिक और फाउंडर वीजी सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार कुछ ही देर में चिकमगलूर में किया जाएगा. कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा भी अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंचे हैं. सिद्धार्थ 29 जुलाई को लापता हो गए थे. आज सुबह उनका शव नेत्रावती नदी से बरामद किया गया.
सीसीडी के मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद होने के बाद कैफे कॉफी डे ने एसवी रंगनाथ को अपना अंतरिम चेयरमैन घोषित किया है. बोर्ड मीटिंग की अगली बैठक 8 अगस्त को बुलाई गई है. जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा.
हजारों करोड़ रुपये लेकर विदेश भागने वाले कारोबारी विजय माल्या ने भी सीसीडी के मालिक वीजी सिद्धार्थ मामले में ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, मैं किसी तरह से वीजी सिद्धार्थ से जुड़ा हूं. वह एक शानदार व्यक्ति और कमाल के एन्ट्रेपन्योर थे. मैं उनकी लिखी चिट्ठी से काफी हताश हूं. सरकारी एजेंसियां और बैंक किसी को भी हताश कर सकते हैं. देखिए उन्होंने मेरे कर्ज चुकाने के ऑफर के बाद भी मेरे साथ क्या किया. क्रूर और बेरहम.
एसोचैम के जॉइंट डायरेक्टर (पीआर एंड मीडिया रिलेशन) अवधेश शर्मा ने सीसीडी फाउंडर वीजी सिद्धार्थ की मौत पर ट्वीट करते हुए लिखा, सिद्धार्थ को एक यूनीक और इनोवेटिव पर्सन के तौर पर याद किया जाएगा. उनकी कड़ी मेहनत, लगन और अचीवमेंट्स इस बात के लिए प्रोत्साहित करेंगी कि उन्होंने चाय पीने वालों के देश में सफलता हासिल की.
कांग्रेस की तरफ से सीसीडी के मालिक वीजी सिद्धार्थ की खुदकुशी के मामले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया गया है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने प्रस्ताव में कहा है कि वीजी सिद्धार्थ को खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया गया. उन्होंने कहा कि इसके लिए इनकम टैक्स के अधिकारी जिम्मेदार हैं.
कर्नाटक के विधायक टीडी राजेगौड़ा ने वीजी सिद्धार्थ की मौत पर कहा, सिद्धार्थ इनकम टैक्स के टॉर्चर के चलते अपसेट थे. वो अपनी 2-3 प्रॉपर्टी बेचकर कर्ज चुकाना चाहते थे, क्योंकि उनके पास काफी संपत्ति थी. जिसे बेचकर वो अपना कर्ज चुका सकते थे.
मेंगलुरु पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा है कि आज तड़के शव बरामद किया गया. उन्होंने कहा, ''शव की पहचान की जानी जरूरी है. (सिद्धार्थ के) परिवार वालों को जानकारी दे दी गई है. शव को वेनलॉक अस्पताल ले जाया जा रहा है. हम आगे जांच जारी रखेंगे.''
'कैफे कॉफी डे' के संस्थापक और मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद कर लिया गया है. उनका शव मेंगलुरु में नेत्रावती नदी के किनारे से मिला.
इससे पहले कई घंटों तक नेत्रावती नदी में तलाशी अभियान चलाया जा रहा था.
आयकर विभाग ने 30 जुलाई को कहा है कि वीजी सिद्धार्थ की चिट्ठी की प्रमाणिकता का कुछ 'पता नहीं' है. अधिकारियों ने कहा कि चिट्ठी में जो साइन है वो सिद्धार्थ की सालाना रिपोर्ट के हस्ताक्षर से नहीं मिलते.
बेंगलुरु में CCD के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग चल रही है. CCD के मालिक और फाउंडर वीजी सिद्धार्थ मंगलुरु से लापता हो गए हैं.
इन्फोसिस के पूर्व डायरेक्टर मोहन दास पई ने CNBC-TV18 से बात करते हुए वीजी सिद्धार्थ की गुमशुदगी के पीछे 'टैक्स टेरर' वजह बताई. पई ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से मामले में जांच कराने की अपील की है. पई ने ये भी कहा कि हम टैक्स उगाही करने वाले असभ्य देश नहीं बन सकते.
पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ ने खुद अपने स्टाफ के नाम चिट्ठी लिखी है. इससे पहले जारी चिट्ठी को लेकर कई सवाल उठ रहे थे. इस चिट्ठी में सिद्धार्थ ने इनकम टैक्स की कार्रवाई को लेकर बन रहे दबाव का जिक्र किया है.
कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कैफे कॉफी डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ के लापता होने पर कहा, इस घटना पर यकीन करना काफी मुश्किल है. मैंने जांच की मांग की है. वह हमारे देश की एक संपत्ति हैं. हम नहीं जानते हैं कि वो लापता हुए हैं या फिर कोई उन्हें उठाकर ले गया है.
कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ के लापता होने के बाद अब कंपनी के बोर्ड मेंबर्स ने एक मीटिंग बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में कंपनी के सभी टॉप अधिकारी मौजूद रहेंगे.
दक्षिण कन्नड़ के कमिश्नर ने वीजी सिद्धार्थ के लापता होने पर कहा, हम रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. एनडीआरएफ और कोस्ट गार्ड के साथ 8 टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं. हमने नेवी से भी सर्च ऑपरेशन के लिए मदद मागी है.
कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ के लापता होने के बाद कई नेताओं ने एसएम कृष्णा के घर पहुंचना शुरू कर दिया है. कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी भी उनसे मिलने पहुंचे. इससे पहले कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार भी उनके घर पहुंचे थे.
कर्नाटक के सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह को एक लेटर लिखकर वीजी सिद्धार्थ को ढूंढ़ने में मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा है कि केंद्र इस तलाशी अभियान में मदद करे. बताया जा रहा है कि अब तलाशी अभियान में नेवी और कोस्ट गार्ड के गोताखोर भी शामिल हो चुके हैं.
वीजी सिद्धार्थ के लापता होने के बाद उनका एक लेटर भी सामने आया है. इस लेटर में सिद्धार्थ ने वित्तीय घाटे की भी बात कही है. उन्होंने अपनी कंपनी के कर्मचारियों से माफी भी मांगी है. बताया जा रहा है कि ये लेटर 27 जुलाई को लिखा गया था. हालांकि क्विंट इस लेटर का सत्यापन नहीं करता है.
जानकारी के मुताबिक वीजी सिद्धार्थ रास्ते में अपनी कार से कुछ देर के लिए उतरे थे. जिसके बाद वो टलहते-टहलते कुछ आगे निकल गए. इसके बाद से उनका कुछ भी पता नहीं चला. उनका मोबाइल भी तभी से स्विच ऑफ है. पुलिस अब उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन का पता लगाने में जुटी है. इसके अलावा उनकी कॉल डीटेल्स भी खंगाली जा रही हैं.
कैफे कॉफी डे के फाउंडर और कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ सोमवार से लापता हैं. वीजी सिद्धार्थ मेंगलुरु के रास्ते में एक ब्रिज पर उतरे, जिसके बाद से उनका कुछ भी पता नहीं चला है. पुलिस को शक है कि सिद्धार्थ नदी में कूदे हैं. जिसके बाद कई घंटों से नेत्रवती नदी में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ कैफे कॉफी डे के घाटे में चलने से परेशान थे. आपको इस लाइव ब्लॉग में इस मामले से जुड़ी हर अपडेट मिलेगी.
पुलिस के मुताबिक सिद्धार्थ ने अपने ड्राइवर को उल्लल ब्रिज की तरफ गाड़ी घुमाने को कहा था. ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि सिद्धार्थ मंगलुरु से उल्लल ब्रिज तक कार में ही थे. लेकिन ब्रिज के एक कोने पर पहुंचते ही उन्होंने कार रोकने को कहा. जिसके बाद वो कुछ दूर तक चलकर गए. ड्राइवर उनका इंतजार करता रहा, लेकिन वो नहीं लौटे. करीब तीन घंटे बाद ड्राइवर ने पुलिस को इसकी सूचना दी.
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Published: 30 Jul 2019,10:05 AM IST