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भारतीय बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपये लेकर भागे कारोबारी विजय माल्या ने अब जेट एयरवेज के लिए एक खास ऑफर की पेशकश की है. भारत में आर्थिक भगौड़ा घोषित हुए माल्या ने कहा है कि भारतीय बैंक उससे पैसे लेकर जेट एयरवेज को बचाने की कोशिश करें. माल्या ने भारतीय बैंकों पर आरोप लगाया कि वो उनके ऑफर किए पैसे नहीं ले रहे हैं.
माल्या ने कहा कि , मैं वापस दोहराता हूं कि कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने मैंने बैंकों और अन्य देनदारों का कर्च चुकाने के लिए अपनी संपत्ति रख दी है, बैंक इसे क्यों नहीं ले रहे हैं? अगर कुछ नहीं है तो ये संपत्ति उनकी जेट एयरवेज को बचाने में मदद कर सकती है.
माल्या ने जेट एयरवेज के बहाने एनडीए सरकार को भी घेरने की कोशिश की. एक दूसरा ट्वीट करते हुए कहा, 'मैंने किंगफिशर एयरलाइंस और उसके कर्मचारियों के लिए करीब 4 हजार करोड़ रुपये इनवेस्ट किए. लेकिन किसी ने इसे नहीं माना और हर तरीके से नकार दिया. इन्हीं बैंकों ने भारत की बेहतरीन एयरलाइन को बुरी तरह से फेल कर दिया. एनडीए सरकार में दोहरा मापदंड'
माल्या ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लिखे मेरे लेटर्स को पढ़कर सुनाया और बताया कि यूपीए सरकार के दौरान प्राइवेट बैंकों ने गलत तरीके से किंगशिफर को सपोर्ट किया. मीडिया ने ही मुझे मौजूदा पीएम के खिलाफ लिखने के लिए उकसाया. मुझे हैरानी है कि एनडीए सरकार में अब क्या बदल गया है.
भारतीय एजेंसियां लगातार माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी है. ब्रिटेन सरकार ने हाल ही में विजय माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी, लेकिन माल्या ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने का ऐलान कर दिया. फैसला आने के कुछ ही देर बाद माल्या ने ट्वीट किया और अपील करने की बात कही. विजय माल्या ने ट्वीट में लिखा, ‘वेस्टमिंस्टर कोर्ट की ओर से 10 दिसंबर, 2018 को दिए गए फैसले के बाद ही मैने अपील करने की मंशा जाहिर की थी. होम सेक्रेटरी के फैसले से पहले मैं अपील की प्रक्रिया की शुरुआत नहीं कर पाया. अब मैं अपील की प्रक्रिया शुरू करूंगा.’
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