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एक शख्स हैं प्रमोद गुप्ता. आज से 9 साल पहले ‘सर्फ एक्सेल’ ने उन्हें एक सपना दिखाया था. उनकी बेटी की एजुकेशन के लिए 5 लाख रुपये की स्कॉलरशिप जीतने का. गुप्ता ने कंपनी के बताए नियमों के अनुसार स्कॉलरशिप जीतने का दावा किया. लेकिन कंपनी ने इनाम देने से इनकार कर दिया.
प्रमोद गुप्ता 9 सालों तक कोर्ट के चक्कर लगाते रहे. पर अब दिल्ली कंज्यूमर कमीशन ने कंपनी के खिलाफ फैसला दिया है. कंपनी को 27 लाख रुपये जुर्माना जमा करने और गुप्ता को ब्याज के साथ इनामी राशि दिए जाने का आदेश मिला है.
कई साल के संघर्ष से मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित प्रमोद गुप्ता को अब भी कंपनी के खिलाफ जारी जंग को जीतने का भरोसा नहीं है.
प्रमोद गुप्ता के दर्द और प्रताड़ना की कहानी उनके ही शब्दों में...
द क्विंट से बात करते हुए प्रमोद गुप्ता कहते हैं कि उनके केस की सुनवाई करने वाले वकील, जज और उनके सहयोगी सभी कहते हैं कि उनके केस में दम है, लेकिन वे महसूस करते हैं कंपनियां बहुत ताकतवर हैं और उन्हें उनके खिलाफ कोई सफलता नहीं मिलेगी.
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