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भारत (India) के कई इलाकों में लू ने कहर बरपा रखा है, भारत में मौसम (Weather Updates) की स्थिति में पिछले हफ्ते हल्की से मध्यम बारिश के बावजूद भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली है. मौजूदा गर्मी की स्थिति के साथ, कई इलाकों का पारा 49-50 डिग्री तक मापा जा रहा है. राजधानी दिल्ली में कुछ जगहों पर 15 मई को तापमान 49 डिग्री मापा गया था.
लेकिन उसके अगले दिन हवाओं और बारिश के चलते तापमान में गिरावट आयी और सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक ही मापा गया. शाम होते-होते एनसीआर और आसपास के इलाकों में हुई हल्की बारिश और हवाओं के चलते लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली. AccuWeather के पूर्वानुमानकर्ताओं का कहना है कि गर्मी में हीटवेव से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी, लेकिन यह लंबे समय तक नहीं रहेगी.
राजस्थान, गुजरात जैसे राज्यों के अधिकतर शहरों में सोमवार 17 मई को अधिकतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई.मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान के ज्यादातर शहरों का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया जिससे लोगों को ‘लू’ (गर्म हवाएं) से राहत मिली है.
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने जैसा अनुमान लगाया था कुछ वैसा ही देखने को मिला, सोमवार 16 मई को शिमला में बारिश और ओलावृष्टि हुई अन्य पहाड़ी इलाकों में भी तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई.
उत्तर भारत जहां गर्मी का भयंकर रूप झेल रहा है. वहीं दक्षिण और नार्थ ईस्ट के कुछ राज्य प्री मॉनसून का प्रभाव झेल रहे हैं. केरल में सोमवार, 16 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई और अलग-अलग जगहों पर बारिश हुई. राज्य के कुछ हिस्सों में सोमवार को 100 मिमी / दिन से अधिक वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग ने कल केरल के पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था.
बारिश के मौसम की शुरुआत के साथ असम में भारी बारिश से 7 जिलों के लगभग 222 गांवों में बाढ़ आ गई. अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ से 56 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए. बाढ़ के कारण ट्रेन सेवाओं सहित परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं.
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अधिकतम तापमान 34 डिग्री दर्ज किया जा रहा है जो राजधानी दिल्ली के अधिकतम तापमान से बेहद कम है.
दो- तीन दिनों तक उत्तर भारत को हल्की बारिश और तेज हवाओं के चलते गर्मी से थोड़ी रहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन उसके बाद गर्मी का प्रकोप वापिस अपने पुराने रूप में लौटेगा और तपमान नॉर्मल से ज्यादा रहने का अनुमान है.
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