advertisement
हमारे देश में कुछ जगहों के नाम इतने अजीब हैं जिन्हें सुनकर शायद आप हैरान रह जाएंगे. अब आप सोच रहे होंगे कि किसी जगह का नाम लेने में कैसी हैरानी?
गौर कीजिए इन 8 जगहों के नामों पर, कुछ जगहों का नाम जानवरों के नाम पर ही रख लिया गया तो किसी जगह को लोग ‘पनौती’ बुलाते हैं.
उत्तर प्रदेश के मथुरा का नाम वैसे तो पेड़े के लिए मशहूर है लेकिन मथुरा जिले में एक ऐसा गांव भी है जिसका नाम ‘भैंसा’ है.
अब जरा सोचिए कि अगर आप ये खबर पढ़ें कि ‘भैंसा अपहरण कांड का आरोपी आगरा में गिरफ्तार हुआ’? ये खबर पढ़कर आप जरूर ही सोचेंगे कि आखिर कोई किसी भैंसे का अपहरण क्यों करेगा.
यहां रहने वाले लोगों को भी कुछ ऐसे ही कन्फ्यूजन का शिकार होना पड़ता होगा.
पंजाब के जालंधर जिले का कस्बा ‘काला बकरा’ देखने में तो किसी आम कस्बे जैसा ही है, लेकिन इस कस्बे का अजीब नाम ही इसे बाकी कस्बों से अलग बनाता है.
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का छोटा सा गांव ‘गधा’ अपने नाम की वजह से मशहूर है. जब इस गांव के लोग शहर जाकर अपने दोस्तों से कहते होंगे कि वे गधा से आए हैं तो जरूर ही उन्हें मजाक का शिकार बनना पड़ता होगा.
‘कुत्ता’ कर्नाटक राज्य के कुर्ग जिले का एक छोटा सा खूबसूरत उपनगर है. दुनिया भर से कर्नाटक की खूबसूरती देखने के लिए पहुंचने वाले पर्यटक ‘कुत्ता’ की प्राकृतिक खूबसूरती को देखना भी नहीं भूलते हैं.
बाढ़ से तो आप परिचित होंगे ही, क्योंकि जब बाढ़ आती है तो वह अपने साथ तबाही भी लेकर आती है. लेकिन जब पटना के बाढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेनें आती होंगी तो लोग जरूर ही कहते होंगे कि चलो-चलो उतरो गाड़ी बाढ़ पर आ गई.
हम सभी कोशिश करते हैं की किसी भी पनौती से बचकर रह सकें, लेकिन उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के एक गांव के लोग चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकते. ऐसा इसलिए क्योंकि इस गांव का नाम ही ‘पनौती’ है.
इसे कहते हैं नाम की पनौती!
आपको पीने का शौक हो या न हो, लेकिन आपने दारू का नाम तो सुना ही होगा. पर ये दारू वो दारू नहीं है जिसे पीकर आप अपने गम भुला देंगे. दरअसल ‘दारू’ झारखंड राज्य का एक गांव है जहां दारू का शौक न रखने वाले लोग भी रहते हैं.
अब ये नाम सुनकर आप इतना बुरा मुंह भी मत बनाइए. ये टट्टी खाना वो जगह नहीं है जो आप सोच रहे हैं. टट्टी खाना तेलंगाना राज्य के रंगारेड्डी जिले का एक गांव है, और हां, यहां के लोग भी आपकी तरह साफ-सफाई से ही रहते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)