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आयुष्मान भारत योजना 23 सितंबर, 2018 से शुरू हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्कीम को झारखंड से लॉन्च किया था. कई तरह के नाम से कंफ्यूज न हो, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और 'मोदी केयर' ये दोनों ही इसी स्कीम के नाम हैं. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का ऐलान किया था. स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ 74 लाख परिवारों को 5 लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा के तौर पर मुहैया कराया जाएगा.
ऐसे में आइए जानते हैं इस स्कीम के बारे में हर खास बात-
किसे मिलेगा इस स्कीम का फायदा?
इस योजना का फायदा देश के करीब 10 करोड़ 74 लाख चयनित परिवारों को मिलेगा. इन परिवारों को सुविधाओं के अभाव और गरीबी के स्तर के आधार पर चयनित किया गया है यानी तकरीबन 50 करोड़ लोग इस योजना से सीधे जुड़ेंगे.सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों के 60 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों के 85 फीसदी परिवार इस योजना के तहत कवर किए गए हैं. ऐसे परिवारों को चयनित किया गया है-
इन परिवारों को स्कीम के तहत क्या-क्या मिलेगा?
चयनित परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा के तौर पर मुहैया कराया जाएगा. साथ ही बीमा कवर में दूसरे और तीसरे दर्जे की सभी स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं. इस स्कीम के तहत बने पैनल में शामिल किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में लाभार्थी इलाज करा सकते हैं. आयुष्मान भारत स्कीम का लागू करने वाले राज्यों के सभी सरकारी अस्पतालों को योजना के लिए पैनल में शामिल समझा जाएगा.आपको इन अस्पताल में कैशलेस यानी बिना पैसे दिए इलाज मिलेगा.
लाभार्थी कैसे फायदा उठा सकते हैं?
इस स्कीम के तहत बने पैनल में शामिल किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में जाकर इनमें से कोई एक कार्ड दिखाना होगा-
1. आधार कार्ड
2. राशन कार्ड
3. स्मार्ट कार्ड
4. आयुष्मान कार्ड
कौन-कौन से अस्पताल इस स्कीम के तहत आते हैं, ये जानने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. ये आयुष्मान भारत स्कीम की सरकारी वेबसाइट है. हालांकि, अब तक यहां किसी भी अस्पताल नाम नहीं दिया गया है.
अगर कोई दिक्कत हो तो आप 24 घंटे चालू रहने वाले हेल्पलाइन नंबर- 14555 पर कॉल कर सकते हैं. देश के किसी भी कोने में इलाज कराना मुमकिन हो सकेगा, साथ ही ट्रांसपोर्ट का खर्च भी इसमें कवर होगा.
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