Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जल्द भेज सकेंगे वॉट्सऐप पर पैसे, पेमेंट फीचर की टेस्टिंग शुरू

जल्द भेज सकेंगे वॉट्सऐप पर पैसे, पेमेंट फीचर की टेस्टिंग शुरू

इस फीचर के इस्तेमाल से पैसे भेजे और मंगाए जा सकते हैं

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
यह फीचर ios के लिए वॉट्सऐप वर्जन 2.18.21 पर मिलेगा और एंड्रॉयड के लिए 2.18.41 पर. वॉट्सऐप यूजर्स की बड़ी तादाद है
i
यह फीचर ios के लिए वॉट्सऐप वर्जन 2.18.21 पर मिलेगा और एंड्रॉयड के लिए 2.18.41 पर. वॉट्सऐप यूजर्स की बड़ी तादाद है
(फोटो: कनिष्क दांगी/ क्विंट हिंदी)

advertisement

वॉट्सऐप से बहुत जल्द अब आप पैसे भेज और हासिल कर सकेंगे. वॉट्सऐप भारत में अपने यूपीआई बेस्ड पेमेंट फीचर्स के टेस्टिंग मोड की शुरूआत कर चुका है.

फिलहाल यह आईओएस एंड्रॉयड पर चुनिंदा व्हाट्सएप बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है. इसका इस्तेमाल कर वे सरकार के यूपीआई स्टैंडर्ड का इस्तेमाल कर पैसा भेज और मंगा सकते हैं.

यह फीचर ios के लिए वॉट्सऐप वर्जन 2.18.21 पर मिलेगा और एंड्रॉयड के लिए 2.18.41 पर. वॉट्सऐप यूजर्स की बड़ी तादाद है. माना जा रहा कि इस नए फीचर्स के इस्तेमाल से देश में डिजिटल पेमेंट को काफी रफ्तार मिलेगी.

इस फीचर को अटैचमेंट मेन्यू के जरिये चैट विंडो में एक्सेस किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि यह ऑप्शन इसके साथ गैलरी, वीडियो और डॉक्यूमेंट में भी उपलब्ध होगा.

इसमें पेमेंट्स पर क्लिक करते ही डिस्कलेमर विंडो खुल जाएगा. इसके बाद बैंकों की लिस्ट आएगी और आप उनमें से अपने बैंक का चुनाव कर सकते हैं.

अपने बैंक अकाउंट पर क्लिक करते ही यह यूपीआई से कनेक्ट हो जाएगा. अगर आपने अब तक यूपीआई प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं किया है तो आपसे authentication पिन क्रिएट करने के लिए कहा जाएगा. अगर यूपीआई अकाउंट नहीं है तो इसे बनाने के लिए कहा जाएगा.

आप यूपीआई ऐप या अपने बैंक की वेबसाइट के जरिये यह अकाउंट बना सकते हैं. हालांकि पैसा भेजने और पाने वाले दोनों के पास वॉट्सऐप पेमेंट फीचर होना चाहिए.

वॉट्सऐप जुलाई 2017 से यूपीआई बेस्ड पेमेंट प्लेटफॉर्म लाने पर विचार कर रहा था. अगस्त 2017 को इसका एंड्रॉयड बीटा वर्जन में दिखा भी था. जब से यूपीआई का ऐलान सरकार ने किया था तभी से जोमाटो,गूगल और सैमसंग जैसी टेक्नॉलोजी कंपनियां इससे जुड़ने के लिए अपनी टेक्नोलॉजी विकसित करने लगी थीं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 09 Feb 2018,11:15 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT