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भारतीय सेना की मेजर श्वेता पांडे ने दिल्ली के लाल किले पर 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद की. मेजर पांडे पहली महिला अफसर हैं, जो इस साल जून में मॉस्को में विक्ट्री डे परेड में राष्ट्रीय ध्वज लेकर गईं और इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की ट्राइ-सर्विस कंटिंजेंट का भी नेतृत्व किया.
मेजर श्वेता पांडे मार्च 2012 में चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) से इंडियन आर्मी में कमीशंड हुई थीं. मेजर पांडे लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल से पढ़ी हुई हैं.
उनके पिता राज रतन पांडे उत्तर प्रदेश सरकार में एडिशनल डायरेक्टर (फाइनेंस) थे और उनकी मां अमित पांडे संस्कृत और हिंदी की प्रोफेसर हैं.
पांडे के पास आर्मी के 505 बेस वर्कशॉप से इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री है. मेजर पांडे इस समय दिल्ली कैंट में 505 आर्मी बेस वर्कशॉप में पोस्टड हैं.
OTA में मेजर श्वेता पांडे को टैक्टिस टॉप करने के लिए गढ़वाल राइफल्स मैडल मिला था. स्कूल और कॉलेज के दौरान पांडे ने वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था और उन्होंने 75 से ज्यादा मैडल और 250 सर्टिफिकेट जीते हैं.
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