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मणिपुर की आयरन लेडी इरोम शर्मिला ने लगातार 16 सालों तक AFSPA के विरोध में भूख हड़ताल करने के बाद राजनीति में घुसने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि बीते 16 सालों के विरोध के बावजूद सरकार ने इस समस्या का समाधान नहीं निकाला है.
मणिपुर में विधानसभा चुनाव 2017 में होना है. शर्मिला को इंफाल के जवाहरलाल नेहरु अस्पताल में नाक में ट्यूब डालकर जबरन आहार दिया जाता है. इस अस्पताल का एक विशेष वार्ड उनकी जेल के रुप में काम करता है. उन्हें आत्महत्या की कोशिश के आरोप में बार-बार गिरफ्तार, रिहा और फिर गिरफ्तार किया जाता रहा है.
न्यूज एजेंसियों कि रिपोर्ट के मुताबिक इरोम शर्मिला ने कहा है कि अब वो शादी भी करेंगी. इरोम शर्मिला ने 4 नवंबर, 2000 में आमरण अनशन शुरू किया था, जब कथित रूप से असम राइफल के जवानों ने इंफाल एयरपोर्ट के पास बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहे 10 लोगों को गोलियों से भून डाला था. इसके बाद से इरोम शर्मिला लगातार एएफएसपीए को मणिपुर से हटाने की मांग कर रही है.
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