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आर्ट को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर में हर साल 15 अप्रैल को वर्ल्ड आर्ट डे (World Art Day) मनाया जाता है. इस खास मौके पर कला में रुचि रखने वाले कई लोग अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं. साथ ही इस खास दिन पर लोगों के बीच अलग-अलग कलाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम किया जाता है.
बता दें कि पहली बार विश्व कला दिवस यानी वर्ल्ड आर्ट डे 15 अप्रैल, 2012 को मनाया गया था. इस दिन को आधिकारिक उत्सव के तौर पर लॉस एंजिल्स में साल 2015 में मनाया गया था. जिसके बाद साल 2019 में यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन के 40वें सत्र में 'वर्ल्ड आर्ट डे' मनाने की घोषणा हुई थी और तब से इस खास दिन पर लोग अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनी लगाते हैं और कला प्रेमी इस दिन को उत्सव के रूप में मनाते हैं. वहीं यूनिस्को द्वारा इस खास अवसर पर कार्यशालाओं, वाद-विवाद कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों में भाग लेने की लोगों से अपील की जाती है. इतना ही नहीं दुनियाभर में इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए कला प्रेमी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं.
15 अप्रैल को कला दिवस इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इटली के महान चित्रकार लिओनार्दो दा विंची की इस दिन जयंती भी है. दरअसल, चित्रकार लिओनार्दो दा विंची का जन्म 15 अप्रैल, 1452 को हुआ था. लिओनार्दो दा विंची इटली के महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, कुशल यांत्रिक, इंजीनियर, संगीतज्ञ, और वैज्ञानिक थे और कला में उनकी परंगतता की वजह से उन्हें दुनियाभर में सम्मान मिला और 15 अप्रैल को उनकी जयंती पर विश्व कला दिवस का आयोजन किया जाता है.
इस दिन ना सिर्फ कला प्रेमी बल्कि दुनियाभर के कई संगठन एकजुट होते हैं और खास कर अंतर्राष्ट्रीय कला संघ और यूनेस्को इसको साथ मिलकर मनाता है और कला के क्षेत्र में लोगों की रुचि बढ़ाने पर विचार करता है. साथ ही कला के प्रति लोगों को बढ़ावा देने के लिए कई जगह प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है. इस दिन जगह जगह पेटिंग्स की भी प्रदर्शनी लगाई जाती है. शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों व युवाओं को कला से जोड़ने के लिए तरह तरह तरह के आयोजन आदि किए जाते हैं.
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