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यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर को 11 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है. उन्हें रविवार तड़के तीन बजे गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले उनसे करीब 30 घंटे पूछताछ हुई थी.
कपूर पर देवन हाउसिंग फायनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से संबधित मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश में शामिल होने का आरोप है.
बता दें शनिवार को ईडी ने राणा कपूर के मुंबई में वरली स्थित समुद्र महल रेसिडेंस की तलाशी ली थी. ईडी जांच कर रही है कि क्या डमी कंपनी डोइट अर्बन वेंचर को डीएचएफएल ने 600 करोड़ रुपये दिये हैं या नहीं. बता दें डीएचएफएल को यस बैंक ने 4,450 करोड़ रुपये का लोन दिया था. डोइट वेंचर डमी कंपनी का मालिकाना हक राणा कपूर और उनकी दो बेटियों के पास है.
ईडी अधिकारियों को शक है कि डीएचएफएल ने 79 डमी कंपनियों के जरिए जो कथित 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग की है, डोइट अर्बन वेंचर उनमें से एक है. आरोप है कि यस बैंक द्वारा लोन के तौर पर दिया गया 4,450 करोड़ रुपये का अमाउंट भी उसी पैसे का एक हिस्सा है.
इस बीच स्टेट बैंक ने YES बैंक की री-स्ट्रक्चरिंग को लेकर अपनी स्कीम पर काम करना शुरू कर दिया है. पुनर्गठन के बाद यस बैंक के बोर्ड में एक सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को आश्वासन दिया था कि बैंक के सभी कर्मचारियों की सैलरी एक साल तक जस की तस बनी रहेगी.
शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि YES बैंक के डिपोजिटरों का एक-एक पैसा सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि 50 हजार रुपये तक ही निकालने की जो सीमा लगाई गई है, वह सिर्फ एक महीने के लिए है. इसका मतलब यह है कि आगे यह सीमा बढ़ाई जा सकती है.
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