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पहले कालेधन के खिलाफ जंग का शंखनाद और फिर कांग्रेस को केंद्र से उखाड़ने में अहम भूमिका निभाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव का अब शायद बीजेपी से भी मोहभंग हो चुका है. गुरुवार को जयपुर में हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के एक कार्यक्रम में रामदेव ने नोटबंदी से लेकर पतंजलि के फ्यूचर प्लान तक, हर मुद्दे पर खुलकर बात की.
रामदेव ने कहा, ‘कांग्रेस की सरकार ने मुझ पर मिसब्रांडिंग का मुकदमा लगाया था. हमने ऐसी जड़ें खोदीं कि वह हमें हरा नहीं पाए. हम जो कहते हैं, वही चीज मिलेगी. दुनिया की एक लैब में नहीं, बल्कि हजारों लैब में टेस्ट करा लो.’
योग गुरू पहली बार बिजनेस गुरु के अंदाज में बोले. उन्होंने कहा, ‘अक्सर वॉट्सऐप पर मजाक बनाया जाता है कि पतंजलि बीयर बनाने वाला है. मैं यहां बता दूं कि बाबा बीयर कभी नहीं बनाएगा. मेरे जाने के बाद भी ऐसा नहीं होगा.’
रामदेव ने कहा कि, पतंजलि एजुकेशन सेक्टर में भी आएगा. इसके बाद पतंजलि को 80 फीसदी प्रॉफिट एजुकेशन से होगा. उन्होंने कहा कि वह ऐसी व्यवस्था तैयार करेंगे, जिससे संस्कृत पढ़ने वालों को अंग्रेजी वालों से ज्यादा सैलरी मिलने लगेगी.
इसके अलावा वह साल 2017 में डेयरी से संबंधित योजना भी लाएंगे. उन्होंने कहा कि पतंजलि गाय की ऐसी ब्रीड तैयार कर रहा है जो एक दिन में 30 से 40 लीटर दूध देगी.
बाबा रामदेव ने नोटबंदी के बाद ब्लैकमनी को व्हाइट करने के खेल में आरबीआई अधिकारियों के शामिल होने का भी अंदेशा जताया.
मल्टीनेशनल कंपनियों और पतंजलि के बीच मुकाबले पर बाबा रामदेव ने कहा कि, 'बेईमान बिजनेसमैन की उम्र किसी गैंगस्टर से ज्यादा नहीं होती. ऐसे ही बेईमान पार्टी की उम्र भी 10 साल से ज्यादा नहीं होती. मैं 50 साल हिलने वाला नहीं हूं.'
पतंजलि का मौजूदा टर्नओवर एक लाख करोड़ रुपये के करीब है और अगले पांच सालों में इसे बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य है.
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