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लखनऊ मेट्रो का क्रेडिट लेने के लिए बीजेपी और सपा के बीच होड़ मची हुई है. मंगलवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने मेट्रो का उद्घाटन किया. लेकिन बुधवार को सपा के कार्यकर्ता अखिलेश यादव को मेट्रो का क्रेडिट दिलाने बैनर, पोस्टर के साथ ट्रांसपोर्ट नगर पहुंच गए.
प्रदर्शन के दौरान हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाईं.इसमें कई कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए. प्रदर्शन कर रहे सपाइयों का दावा था कि मेट्रो अखिलेश सरकार की सौगात है.
योगी आदित्यनाथ ने करप्शन और क्राइम पर कड़ा रुख अपनाने की बात दोहराई. उन्होंने दावा किया कि इन दो मुद्दों पर सरकार हर संभव तरीके से जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करेगी.
उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हंगामा बोलते हुए कहा कि 50 साल सत्ता में रहने वालों को 5 माह से सत्ता में आए लोगों से सवाल पूछने का अधिकार नहीं है. इन्होंने ही प्रदेश को लूटा है. योगी ने महिलाओं की स्थिति, विपक्ष और विकास पर भी अपने विचार रखे.
सीएम योगी आदित्यनाथ कानपुर के चंद्रशेकर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में होने वाले कार्यक्रम में 849.10 करोड़ के विकास कार्यक्रमों का लोकार्पण करेंगे. साथ ही योगी, स्मार्ट सिटी का लोगो, नगर निगम मोबाइल ऐप, मिल्क एटीएम भी लॉन्च करेंगे.
योगी जिन बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगे उनमें बिनगवां सीवेज ट्रीटमेंट प्लान (141.92 करोड़), गंगा बैराज के दो जलशोधन यंत्र (कुल 77.91 करोड़) और कारगिल पार्क में 64.28 करोड़ की लागत से बनने वाली विवेकानंद स्मतिका जैसी योजनाएं भी शामिल हैं.
एक समय सलमान खान से अपनी कंपनी रोटोमेक का एड करवाने वाले विक्रम कोठारी के बुरे दिन शुरू हो चुके हैं. कानपुर में कोठारी की तीन संपत्तियां इलाहाबाद बैंक ने नीलाम करवा दीं. विक्रम पर 3500 करोड़ का कर्ज बताया जा रहा है.
ऑक्शन टाइगर नाम की बिडिंग फर्म के जरिए नीलामी में कोठारी के फार्म हाउस, कोठी और सर्वोदय नगर के फ्लैट को नीलाम किया गया. रोटोमेक पेन बनाने वाली मशहूर कंपनी है.
रांची में एक घोटाले के संबंध में सीबीआई टीम ने लखनऊ के विकास नगर में दवा व्यापारी प्रदीप अग्रवाल और उनके भाई प्रवीण अग्रवाल के घर पर छापा मारा.
छापे में अग्रवाल ब्रदर्स को गिरफ्तार किया जाना था. लेकिन गिरफ्तारी के डर से प्रदीप अग्रवाल ने अपने घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में उन्हें ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.
प्रदीप अग्रवाल की शहर में एक दवा फैक्ट्री है, फैक्ट्री से रांची दवाइयां सप्लाई की जाती हैं. अग्रवाल ब्रदर्स के खिलाफ 2009 में मुकदमा दर्ज हुआ था.
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