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जोमैटो को फाउंडर दीपेंदर गोयल ने बेंगलुरु मामले पर प्रतिक्रिया दी है. गोयल ने ट्विटर पर जारी बयान में रहा है कि जोमैटो हितेशा और डिलीवरी बॉय कामराज, दोनों को सहयोग कर रहा है और दोनों को आर्थिक मदद दी जा रही है.
दीपेंदर गोयल ने अपने बयान में कहा, “हम हितेशा से लगातार संपर्क में हैं, और उनके मेडिकल का खर्च उठा रहे हैं, और कार्यवाही में भी उनकी मदद कर रहे हैं. हम कामराज के भी संपर्क में हैं और उन्हें हर संभव मदद कर रहे हैं. हमारी कोशिश है कि प्रक्रिया का पालन किया जाए और दोनों पक्षों की कहानी सामने आए.”
को-फाउंडर ने आगे लिखा है कि प्रोटोकॉल के तहत, कामराज को एक्टिव डिलिवरी से सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन उनकी कमाई को जोमैटो कवर कर रहा हैं. गोयल ने कहा कि कंपनी इस मामले में कामराज का कानूनी खर्च भी उठा रहा है.
दीपेंदर गोयल ने बयान में आगे बताया है कि कामराज कंपनी के लिए अब तक 5 हजार डिलीवरी कर चुके हैं और उनकी 5 में से 4.75 रेटिंग है. गोयल ने सफाई देते हुए कहा कि ये बातें केवल फैक्ट्स हैं, किसी तरह का नजरिया नहीं.
बेंगलुरु की एक कंटेंट क्रिएटर हितेशा चंद्राणी ने 10 मार्च को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि जोमैटो डिलीवरी बॉय ने उनपर हमला किया. वीडियो में हितेशा ने कहा कि 9 मार्च को जोमैटो से उनका ऑर्डर लेट होने को लेकर वो कस्टमर केयर से बात कर रही थीं, जब डिलीवरी बॉय ने उनपर हमला कर दिया. हितेशा ने वीडियो में कहा कि डिलीवरी बॉय चिल्लाने लगा और उनके घर में भी घुस आया.
इसके बाद, कुछ न्यूज पब्लिकेशन्स ने डिलीवरी का बयान पब्लिश किया था, जिसमें उसने कहा था कि हितेशा को चोट खुद की अंगूठी से लगी थी. अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हुए कामराज ने हितेशा पर आरोप लगाया था कि महिला ने उसपर चप्पल से हमला किया था. कामराज ने द न्यूज मिनट से कहा कि उसने ऑर्डर में देरी होने के लिए महिला से माफी मांगी थी, लेकिन महिला बदतमीजी से बात कर रही थी.
बेंगलुरु पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है.
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