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सलीमा टेटे (29) ने भारत के लिए विजयी गोल किया। वहीं, ओलिविया मेरी (60) ने न्यूजीलैंड की ओर से एकमात्र गोल किया।
सविता ने शूट-आउट में तीन गोल बचाए, जबकि सोनिका और नवनीत कौर ने कीवी गोलकीपर ग्रेस ओहानलन को हराकर भारत को रोमांचक जीत दिलाई।
कांस्य पदक जीत के साथ, भारतीय महिला हॉकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में पदक के लिए अपने 16 साल के इंतजार को समाप्त कर दिया।
भारत ने कड़े मुकाबले में सावधानी के साथ शुरूआत की, गेंद को मिडफील्ड में रखा। नवनीत कौर और वंदना कटारिया ने शुरूआती मिनटों में सर्कल के अंदर से अपना प्रदर्शन दिखाया। रोज टायनन द्वारा सर्कल के अंदर सावधानी के साथ शुरुआत की। भारत द्वारा केंद्रीय चैनल के माध्यम से कीवी सर्कल में अपना रास्ता बनाने के बाद सलीमा टेटे ने अपनी टीम को लगभग बढ़त में पहुंचा दिया, लेकिन उनका शॉट थोड़ा गड़बड़ा गया और पहला चरण 0-0 पर समाप्त हुआ।
दूसरे क्वार्टर में भारत की ओर से नवनीत कौर ने एक शॉट लगाने का मौका बनाया लेकिन न्यूजीलैंड की टीम ने उस शॉट को गोल में जाने से रोक दिया।
लेकिन गेंद नेट के बाहर निकल गई और कीवी टीम ने गोल करने का मौका गंवा दिया। हालांकि, इस दौरान भारत ने 1-0 से बढ़त बना ली।
15 मिनट शेष होने के साथ, भारत ने न्यूजीलैंड के हाफ में प्रवेश किया, जिसमें सुशीला चानू ने गोल किया। वहीं, कैटलिन कॉटर को भी एक शॉट मिला, लेकिन भारतीय गोलकीपर सविता ने एक अच्छा बचाव किया।
शूट-आउट में न्यूजीलैंड के पहले प्रयास में मेगन हल ने गोल किया, जबकि संगीता कुमारी भारत के पहले प्रयास से चूक गईं। सविता ने एक गोल को टीम के लिए बचाया। सोनिका ने शूट-आउट में स्कोर लाइन को बराबर कर ग्रेस ओहैनलॉन को पीछे छोड़ दिया। रोज टायनन ने साइड नेटिंग की, लेकिन नवनीत कौर ने ग्रेस को पीछे छोड़ दिया और भारत ने शूट-आउट में 2-1 की बढ़त बना ली। भारत ने रोमांचक अंदाज में मैच जीतकर कांस्य पदक जीता।
--आईएएनएस
एचएमए/एसकेपी
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