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नई दिल्ली, 8 जनवरी (आईएएनएस)| जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के खिलाफ अब हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट कोर्ट बार एसोसिएशन ने भी अपनी आवाज बुलंद की है। वकीलों के संगठन ने जेएनयू में हुई हिंसा की निंदा की और पुलिस व प्रशासन पर सवाल उठाए। बार एसोसिएशन ने अपना विरोध जताने के लिए आधिकारिक संकल्पपत्र जारी किया है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर दयाल प्रताप सिंह रंधावा व बार एसोसिएशन की पूरी एग्जीक्यूटिव कमेटी ने जेएनयू हिंसा मामले की निंदा की है। पूरी कमेटी ने संकल्पपत्र में लिखा है कि जेएनयू छात्रों पर उनके ही विश्वविद्यालय में असामाजिक तत्वों ने हमला किया, जिसकी हम निंदा करते हैं।
साथ ही हाईकोर्ट के वकीलों ने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। वकीलों का कहना है कि पुलिस ने सही तरीके से अपना काम नहीं किया अब कानून का राज स्थापित करने के लिए यह आवश्यक है कि अथॉरिटी सही तरीके से अपना काम करें।
इससे पहले, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने भी एक ऐसा ही संकल्पपत्र जारी किया था। साथ ही, इन वकीलों ने जेएनयू में हुई हिंसा के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में सामूहिक रूप से संविधान की प्रस्तावना का पाठ भी किया था।
जेएनयू के छात्रों ने भी अब 5 जनवरी की शाम हुई हिंसा के खिलाफ कार्रवाई के लिए कानूनी रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है। इसके तहत कई छात्रों ने जेएनयू के डीन ऑफ द स्टूडेंट्स को एक लिखित शिकायत दी है। इस शिकायत में छह युवकों पर हमले का आरोप लगाया गया है। इन सभी 6 आरोपी हमलावरों के नाम के नाम भी छात्रों ने डीन को बताए हैं और कुछ फोन नंबर भी जांच के लिए सौंपे हैं।
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