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झारखंड चुनाव : अब संथाल, कोयलांचल में बिछेगी सियासी बिसात

झारखंड चुनाव : अब संथाल, कोयलांचल में बिछेगी सियासी बिसात

IANS
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झारखंड चुनाव : अब संथाल, कोयलांचल में बिछेगी सियासी बिसात
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झारखंड चुनाव : अब संथाल, कोयलांचल में बिछेगी सियासी बिसात
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 रांची, 13 दिसंबर (आईएएनएस)| झारखंड विधानसभा चुनाव के तीन चरणों का मतदान समाप्त हो जाने के बाद अब दो चरणों का मतदान शेष है।

 शेष दो चरणों के चुनाव में अधिकांश सीटें संथाल परगना और कोयलांचल क्षेत्र की हैं। ऐसे में तय है कि झारखंड की पूरी राजनीतिक बिसात उन्हीं क्षेत्रों में बिछेगी। इसके साथ ही सभी दलों के स्टार प्रचारक भी संथाल और कोयलांचल में शिफ्ट हो जाएंगे। चौथे चरण का मतदान जहां 16 दिसंबर को 15 सीटों पर होना है, वहीं अंतिम और पाचवें चरण का मतदान 20 दिसंबर को 16 सीटों पर होना है। चौथे चरण के मतदान में शेष दो दिन बचे हैं। यही कारण है कि भाजपा, कांग्रेस, झामुमो सहित सभी दलों के नेता शुक्रवार को इन इलाकों में पहुंच चुके हैं। सभी दलों के स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम भी इन क्षेत्रों में तय हो गए हैं।

भाजपा के एक नेता ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय स्टार प्रचारक प्रत्येक चरण के मतदान में यहां पहुंच रहे हैं। ऐसे में तय है कि इन दो चरणों के लिए भी उनके कार्यक्रम तय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को धनबाद में एक चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं, जबकि उनका अगला कार्यक्रम 15 दिसंबर को दुमका और 17 दिसंबर को बरहेट में चुनावी सभा को संबोधित करने का है।

इसके अलावा चौथे चरण के प्रचार के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी देवघर, गिरिडीह, बाघमारा में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष ज़े पी़ नड्डा भी इस चरण के प्रचार के लिए जोर लगाएंगे।

इधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को राजमहल और महगामा में चुनावी सभा को संबोधित कर लौटे हैं। कांग्रेस के एक नेता का दावा है कि राहुल गांधी भी इन शेष सीटों के लिए होने वाले मतदान के लिए प्रचार करने यहां पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कांग्रेस के अन्य नेता भी यहां पहुंचने वाले हैं।

इस बीच अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रमुख नेता भी इन क्षेत्रों में शिफ्ट हो चुके हैं। शुक्रवार को कई प्रमुख नेता इस क्षेत्र में पहुंच चुके हैं।

संथाल परगना को झामुमो का गढ़ माना जाता है। इस चुनाव में उसमें सेंध लगाने की कोशिश भाजपा लगातार करती रही है। राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने कार्यकाल के दौरान न सिर्फ संथाल का सबसे ज्यादा दौरा किया, बल्कि कई मंचों से इस क्षेत्र के पिछड़ेपन के लिए झामुमो और झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन परिवार को जिम्मेदार बताया।

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