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झारखंड में चल रहे बिजली संकट पर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर है। बुधवार को भाजपा ने राजधानी रांची सहित राज्य के कई जिलों और अनुमंडलों में इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया। रांची में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश की अगुवाई में मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में सैकड़ों भाजपाई जुटे और बिजली संकट को लेकर राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की।
दीपक प्रकाश ने मौके पर कहा कि राज्य में बिजली कटौती अभूतपूर्व है। इसके लिए राज्य की ठेका-पट्टावाली सरकार जिम्मेवार है। इस सरकार का केवल एक ही मकसद है- किसी तरह से झारखंड की खनिज संपदा को लूटना। चुनाव के वक्त हेमंत सोरेन ने झूठा वादा किया था कि सरकार बनी तो 100 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। मुफ्त बिजली तो नहीं मिली, जनता को भीषण गर्मी में भी बिजली देखने के लिए तरसना पड़ रहा है। पिछले ढाई साल से राज्य में न बिजली का एक पोल लगा और न एक मीटर बिजली का तार।
रांची में हुए प्रदर्शन में सांसद संजय सेठ, विधायक सी.पी.सिंह, समरी लाल, पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई अन्य नेता शामिल हुए।
उपराजधानी दुमका में पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की अगुवाई में भाजपाइयों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के पहले भाजपा कार्यकर्ता शहर के यज्ञ मैदान में एकत्रित हुए और जहां से जुलूस की शक्ल में पुराना समाहरणालय परिसर पहुंचे। मरांडी ने कहा कि जिस संथाल परगना से मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लोग चुनाव जीतते हैं,उस क्षेत्र की हालत आज किसी से पूछ लीजिए। बिजली, सड़क, पानी सबका टोटा है। आज दुमका समेत पूरे राज्य की जनता आक्रोशित है। यहां प्रदर्शन में राज्य की पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, सांसद सुनील सोरेन, पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद समेत कई अन्य नेता भी मौजूद थे। इसके अलावा गिरिडीह, देवघर सहित अन्य शहरों में भी प्रदर्शन की खबरें हैं।
--आईएएनएस
एसएनसी/एएनएम
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