advertisement
जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जोहरी को अपनी ही स्टूडेंट के यौन उत्पीड़न मामलों में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. फिर कुछ ही देर बाद अदालत से जमानत भी मिल गई.
पुलिस ज्वाइंट कमिश्नर अजय चौधरी के मुताबिक अतुल जोहरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, कई घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. जोहरी के खिलाफ 8 एफआईआर दर्ज की गई हैं. कई स्टूडेंट ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी.
इस मामले पर जेएनयू की स्टूडेंट ने थाने के बाहर धरने के दौरान पुलिस से झड़प भी हुई थी.
गिरफ्तारी के बाद प्रोफेसर अतुल जौहरी को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था. दिल्ली पुलिस ने जौहरी को रिमांड पर लेने की मांग नहीं की. जौहरी के वकील ने उनकी जमानत की अर्जी दी थी और उन्हें अदालत से जमानत मिल गई.
पुलिस ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया
जेएनयू छात्राओं ने प्रोफेसर जोहरी पर आरोप लगाया था कि
‘‘प्रोफेसर अक्सर अश्लील बातें करते हैं, खुलेआम सेक्स के लिए कहते हैं और हर लड़की की शारीरिक बनावट पर टिप्पणी करते हैं. अगर लड़की इस पर ऐतराज जताती है तो वह उससे दुश्मनों से व्यवहार करते हैं. ''
इसके अलावा स्टूडेंट ने प्रोफेसर पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप भी लगाया कि ‘‘प्रोफेसर और प्रशासन के बीच वित्तीय सांठगांठ है. कई सालों से कोई उपकरण नहीं खरीदे गये, लेकिन फिर भी करोड़ों रुपये खर्च हो गये.''
26 साल की एक लड़की ने भी प्रोफेसर को ईमेल भेजकर कहा था, ‘‘मैं आपकी तथाकथित प्रतिष्ठित लैब छोड़ रही हूं, सिर्फ इसलिए क्योंकि आप चरित्रहीन व्यक्ति हैं और आपको लड़कियों से बात करने का सलीका नहीं आता.''
प्रोफेसर ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा था, ‘‘मेरे खिलाफ आरोप लगाने वाली कुछ लड़कियों को लैब में अनियमित उपस्थिति के संबंध में 27 फरवरी को मेरी तरफ से ईमेल मिला था. इसलिए वे मुझे निशाना बना रही हैं.''
लेकिन जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की वाइस प्रेसिडेंट सिमोन जोया के मुताबिक अब तक 8 लड़कियों ने प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतें दर्ज कराई हैं.
[क्विंट ने अपने कैफिटेरिया से प्लास्टिक प्लेट और चम्मच को पहले ही ‘गुडबाय’ कह दिया है. अपनी धरती की खातिर, 24 मार्च को ‘अर्थ आवर’ पर आप कौन-सा कदम उठाने जा रहे हैं? #GiveUp हैशटैग के साथ @TheQuint को टैग करते हुए अपनी बात हमें बताएं.]
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)