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केरल 5 सितंबर को निपाह वायरस (Nipah Virus) के कारण एक 12 साल के लड़के की मौत के बाद से हाई अलर्ट पर है. साथ ही कोझीकोड जिले में अधिकारियों ने चौकसी बढ़ा दी है.
उनमें से एक कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्टाफ कर्मचारी है, और दूसरा कोझीकोड के एक निजी अस्पताल में स्टाफ मेंबर है, जहां लड़के का इलाज चल रहा था.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि लड़के के कॉन्टैक्ट में आने वाले 158 लोगों की पहचान कर ली गई है और उनमें से 20 प्राथमिक संपर्क सूची में हैं.
हाई रिस्क केटेगरी में आने वाले 20 लोगों को शाम तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.
साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस वार्ड में से COVID-19 के मरीजों को दूसरे बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
ऐसी भी सूचना है कि पुलिस ने कथित तौर पर निपाह से मरने वाले बच्चे के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में ट्रैफिक डायवर्ट किया है.
पंचायत के जिस वार्ड में निपाह मिला उसे सील कर दिया और आसपास के अन्य वार्डों को लॉकडाउन भी लग चुका है.
केरल के हेल्थ डिपार्टमेंट ने इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एक स्पेशल टीम और 16 कोर कमेटियों का गठन किया है.
यह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है. जून 2018 तक 17 मौतें और 18 कन्फर्म मामले थे. स्वास्थ्य विभाग ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एडवायजरी भी जारी की है.
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