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क्लीनमैक्स सोलर की मदद से लक्ष्मीबाई कॉलेज ने अपनाया सौर ऊर्जा

क्लीनमैक्स सोलर की मदद से लक्ष्मीबाई कॉलेज ने अपनाया सौर ऊर्जा

IANS
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क्लीनमैक्स सोलर की मदद से लक्ष्मीबाई कॉलेज ने अपनाया सौर ऊर्जा
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क्लीनमैक्स सोलर की मदद से लक्ष्मीबाई कॉलेज ने अपनाया सौर ऊर्जा
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नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| कॉर्पोरेट जगत के लिए भारत के सबसे भरोसेमंद स्थायित्व साझेदार-क्लीनमैक्स सोलर ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लक्ष्मीबाई कॉलेज को बिना किसी अग्रिम निवेश के अपने परिसर में रूफटॉप सौर परियोजना स्थापित करने में सक्षम बनाया है।

दिल्ली सरकार की बिजली उत्पादन शाखा- इंद्रप्रस्थ पावर जनरेशन कम्पनी लिमिटेड के साथ किये गए 2.5 मेगावाट के अनुबंध के हिस्से के रूप में क्लीनमैक्स सोलर ने 77 किलोवाट की परियोजना शुरू की है, जिससे कॉलेज के बिजली के बिल में 40 से 50 प्रतिशत तक की कमी के साथ-साथ अगले 25 वर्षों के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रुपये से अधिक की बचत की उम्मीद है।

इस पहल से प्रतिवर्ष 107,520 केडब्ल्यूएच बिजली उत्पन्न होने की उम्मीद है, जिससे ग्रिड आधारित बिजली पर कॉलेज की निर्भरता में कमी आएगी। अगले 25 वर्षों के लिए प्रतिवर्ष 88.7 टन सीओ2 उत्सर्जन कम होने की अपेक्षा है। सौर ऊर्जा को अपनाने से न केवल लागत की बचत में मदद मिलती है, बल्कि हम ऊर्जा के संवहनीय रूप की ओर अग्रसर होते हैं।

मौजूदा सहयोग को लेकर क्लीनमैक्स सोलर के सीईओ गजानन नाबर ने कहा, लक्ष्मीबाई कॉलेज के साथ सहयोग से हम अत्यंत प्रसन्न हैं। शहर में अधिकाधिक संस्थानों एवं निगमों को सौर ऊर्जा अपनानी चाहिए, जिससे न केवल लागत की बचत होगी बल्कि ग्रिड आधारित बिजली अथवा डीजल जनरेटर पर निर्भरता में भी कमी आएगी, जो पर्यावरण अनुकूल नहीं हैं। शैक्षणिक संस्थानों में बचत की गई धनराशि का उपयोग बुनियादी ढांचे एवं प्रौद्योगिकी के विकास में किया जा सकता है, जिससे छात्रों को बेहतर कौशल प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्राचार्य प्रत्यूष वत्सला ने कहा, हम अपने परिसर में रूफटॉप सौर की स्थापना के लिए क्लीनमैक्स सोलर के साथ सहयोग से बेहद खुश हैं। एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में, हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही हम अपने छात्रों एवं संरक्षकों के बीच सौर प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूकता निर्माण की भी उम्मीद करते हैं।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

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