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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की ‘महाजनादेश यात्रा’ के तहत कोल्हापुर में होने वाली रैली से पहले अज्ञात लोगों ने उनकी तस्वीर वाले पोस्टरों और होर्डिगों को स्याही फेंककर विरूपित कर दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि काली स्याही फेंककर विरूपित किए गए होर्डिंगों और पोस्टरों पर फड़णवीस तथा राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल की तस्वीरें थीं।
उन्होंने कहा कि दोषियों की अभी पहचान नहीं हुई है।
विपक्षी राकांपा ने भी यात्रा मार्ग पर अपने पोस्टर लगाए जिनमें विधानसभा सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान का मजाक उड़ाया गया।
फड़णवीस ने अपने इस बयान में कहा था, ‘‘मैं वापस आऊंगा।’’
राकांपा के पोस्टरों में कहा गया, ‘‘मुझे खेद है, मतलब कि लोग भगवा दल को सत्ता में लाकर पछता रहे हैं।’’
पुलिस ने सुबह के समय फड़णवीस के काफिले के पहुंचने से पहले संबंधित स्थल से विरूपित पोस्टरों को हटा दिया।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने यहां एक रैली में अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि उनकी सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अतिरिक्त पानी को सूखाग्रस्त क्षेत्रों की ओर मोड़ने की योजना पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि विश्व बैंक इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए वित्तीय मदद करेगा जिसकी एक टीम ने हाल में कोल्हापुर का दौरा कर भारी बारिश के चलते पिछले महीने आई बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने कोल्हापुर को टोल मुक्त रखने का अपना वायदा पूरा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि महाराष्ट्र के लोग पिछले पांच साल के हमारे प्रदर्शन को देखते हुए हमें सत्ता में वापस लाएंगे।’’
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