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नई दिल्ली, 7 फरवरी (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए अब चीन के अलावा थाईलैंड, हांगकांग और सिंगापुर से आने वाले सभी विमान यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग के दायरे में रखा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नोवेल कोरोनावायरस पर मंत्रालयों, विभागों और राज्यों की तैयारी की समीक्षा की
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव प्रीति सुदान ने कहा, "हांगकांग और चीन के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड की सभी उड़ानों की पूरी थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है।"
उन्होंने कहा, "नोवेल कोरोनावायरस के कारण उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को हरसंभव मदद दी जा रही है। हमने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव से आग्रह किया गया है कि वे देशभर के छात्रों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पर्याप्त उपाय करें।"
स्वास्थ्य सचिव प्रीती सुदान ने शुक्रवार को नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नोवेल कोरोनावायरस की रोकथाम और प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों, नौवहन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।
प्रीती सुदान ने राज्यों को हिदायत दी कि वे अलर्ट रहें और अधिक चौकसी से काम करें। उन्होंने कहा, "वास्तविक आधार पर ऐसे मामलों की निगरानी के लिए एक विशेष निगरानी वेब टूल से लैस पोर्टल शुरू कर दिया गया है।"
उन्होंने राज्यों को हिदायत दी कि वे समय-समय पर सटीक आंकड़े पोर्टल पर उपलब्ध कराते रहें। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के स्तर पर समन्वय को मजबूत करें। इस कदम से जिला स्तर पर प्रशासनिक ढांचा भी दुरुस्त होगा।
उन्होंने बताया कि नेपाल की सीमा से लगने वाले राज्यों ने सूचित किया कि उन्होंने सीमापार से आने वाले सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करने के सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, "अब सभी 21 हवाईअड्डों, अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाहों और सीमाओं पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है।" उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 21 हवाई अड्डों पर 1275 उड़ानों और 1,39,539 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। वुहान से स्वदेश लाये जाने वाले सभी 645 भारतीयों में रोग के लक्षण नहीं पाए गए हैं। अब तक 1232 नमूनों की जांच की गई है और 1199 नमूनों में कोई लक्षण नहीं पाया गया है। 30 नमूने जांच की प्रक्रिया में हैं और तीन नमूनों में रोग के लक्षण पाए गए हैं। ये तीनों नमूने केरल के हैं। इस समय 29 राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों में 6599 व्यक्ति सामुदायिक निगरानी में है।
सुदान ने बताया कि रोग की रोकथाम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्यों को अपनी चौकसी बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके अलावा सभी जिलों में प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी लाए जाने की जरूरत है।
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