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नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)| विभिन्न अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए आयुष डॉक्टरों की सेवा ली जा सकती है। हरियाणा सरकार इस विषय पर जल्द निर्णय ले सकती है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा, "कोविड-19 के मद्देनजर, राज्य सरकार आयुष डॉक्टरों की सेवाएं लेने पर विचार कर रही है ताकि लोगों को निर्बाध गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान की जा सकें। इसके लिए इन डाक्टरों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।"
मुख्यमंत्री मनोहर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह बात कही। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने हरियाणा के सांसदों, हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ कोविड-19 के मदेनजर उत्पन्न हुई स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए आयुष डॉक्टरों की सेवाओं को लेने पर भी बल दिया है।"
हरियाणा में लगभग 13,500 लोगों को निगरानी में रखा गया है। पॉजिटिव कोरोना वायरस के मरीजों के संपर्क में आए 817 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 546 सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं। वर्तमान में राज्य में केवल 20 पॉजिटिव मामले हैं। अभी तक हरियाणा में 33 पॉजिटिव मामले आए हैं और इनमें से 13 मरीजों को स्वस्थ होने के उपरांत अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
हरियाणा में कोरोनावायरस के सबसे अधिक रोगी मिलेनियम सिटी गुरुग्राम से आए थे। यहां जांच के उपरांत 10 व्यक्तियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। हालांकि, उपचार के बाद अब इन 10 कोरोना रोगियों में से 9 व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं।
हरियाणा सरकार ने राज्य में 14 स्थानों पर 3000 बेड क्षमता वाले कोविड-19 अस्पताल स्थापित किए गए हैं। हरियाणा के विभिन्न अस्पतालों में फिलहाल यह 3000 बेड रिजर्व रखे गए हैं। यहां कोरोना वायरस के रोगियों के उपचार संबंधी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं।
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