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कटोविस, 6 दिसम्बर (आईएएनएस)| जीवाश्म ईंधन और उद्योग से कार्बन डाई-ऑक्साइड का उत्सर्जन 2018 में लगातार दूसरे साल बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा। यह बात हालिया एक रिपोर्ट में कही गई है। रिपोर्ट में भारत और चीन को दुनिया में कोयले की सबसे ज्यादा खपत करने वाले 10 देशों में शीर्ष पर रखा गया है। पोलैंड के इस शहर में बुधवार को जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रूप से तेल और गैस के उपयोग में लगातार वृद्धि होने से कार्बन उत्सर्जन में दो फीसदी का इजाफा हो सकता है जिससे उत्सर्जन का स्तर नई ऊंचाई पर होगा।
ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट के अनुमान के अनुसार, कार्बन डाई-ऑक्साइड के उत्सर्जन में 2.7 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। हालांकि 1.8 फीसदी से लेकर 3.7 फीसदी के बीच उतार-चढ़ाव रह सकता है।
तीन साल बाद 2017 में कार्बन उत्सर्जन में 1.6 फीसदी का इजाफा हुआ।
ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट द्वारा नेचर, एनवारयमेंट रिसर्च लेटर्स एंड अर्थ सिस्टम साइंस डाटा जर्नलों में प्रकाशित 2018 ग्लोबल कार्बन बजट से ये नतीजे प्राप्त किए गए हैं।
यहां संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन वार्ता (सीओपी-24) के सालाना सम्मेलन में रिपोर्ट के नतीजों की घोषणा की गई।
दुनिया में कार्बन का सबसे ज्यादा उत्सर्जन करने वाले देशों में चीन, अमेरिका, भारत, रूस, जापान, जर्मनी, ईरान, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया और कनाडा शामिल हैं। 28 देशों का समूह यूरोपीय देश तीसरे स्थान पर है।
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
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