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नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)| कश्मीरी पंडितों के एक समूह ने जम्मू एवं कश्मीर के दौरे की अनुमति और घाटी में शांति और बंधुता को बढ़ावा देने के लिए राजनेताओं, धार्मिक नेताओं और सिविल सोसायटी के सदस्यों से मुलाकात करने के लिए सरकार से इजाजत मांगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जम्मू एवं कश्मीर प्रशासन को लिखे पत्र में, कश्मीरी पंडित सतीश महलदार और उनकी टीम ने कहा, "आगे की कार्यवाही और हमारे आदरणीय व प्यारे प्रधानमंत्री की इच्छा के अनुसार, कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधिमंडल कश्मीर जाना चाहता है और मीरवाइज उमर फारूक जैसे धार्मिक नेताओं, सिविल सोसायटी के सदस्यों समेत विभिन्न नेताओं से मुलाकात करना चाहता है।"
पत्र के अनुसार, "यह घाटी में शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक अंतर-सामुदायिक संबंध के निर्माण के लिए पहला सकारात्मक कदम होगा।"
पत्र के अनुसार, "यह स्थिरता सुनिश्चित करेगा और समुदायों के बीच लड़ाई या हिंसा को समाप्त करने में मदद करेगा। जिम्मेदार और सकारात्मक अंतर सामुदायिक संबंध एक शांतिपूर्ण माहौल को बढ़ाएगा।"
जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से वहां के सभी नेता घर में नजरबंद है। इन नेताओं में तीन पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और यहां तक की अलगाववादी नेता भी शामिल हैं।
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