Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कुरैशी ने कबूला, 'पाकिस्तान में है मसूद अजहर'

कुरैशी ने कबूला, 'पाकिस्तान में है मसूद अजहर'

कुरैशी ने कबूला, 'पाकिस्तान में है मसूद अजहर'

IANS
न्यूज
Published:
कुरैशी ने कबूला,
i
कुरैशी ने कबूला,
null

advertisement

इस्लामाबाद,1 मार्च (आईएएनएस)| पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आखिरकार कबूल कर ही लिया कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम)का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है और 'बहुत बीमार' है।

 उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसा 'कोई भी कदम' उठाने के लिए तैयार है जिससे भारत के साथ तनाव कम हो। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा शांति के कदम के तौर पर भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को गुरुवार को रिहा करने की घोषणा के बाद कुरैशी की यह टिप्पणी सीएनएन को दिए खास साक्षात्कार में सामने आई है।

मंत्री ने सीएनएन को बताया, "प्रधानमंत्री खान ने संसद के संयुक्त सत्र (गुरुवार को) को संबोधित करते हुए (वर्थमान की रिहाई के बारे में) बयान दिया और यह सद्भावना का संकेत है। यह तनाव कम करने की पाकिस्तान की इच्छा की अभिव्यक्ति है।"

कुरैशी से जब पूछा गया कि क्या अजहर पाकिस्तान में है और बढ़ते तनाव के मद्देनजर क्या अधिकारी उसके खिलाफ कदम उठाएंगे तो उन्होंने कहा, "वह (अजहर) पाकिस्तान में है।"

कुरैशी ने कहा, "जहां तक मुझे पता है, वह बहुत बीमार है। वह इतना बीमार है कि अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकता।"

यह पूछे जाने पर कि इस तथ्य के बावजूद कि जेईएम को आतंकवादी संगठन करार दिया गया है और यह दो पड़ोसी देशों के बीच तनाव का कारण बना हुआ है, पाकिस्तान ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया, इसपर कुरैशी ने कहा, "अगर वे (भारत) हमें सबूत देते हैं जो पाकिस्तान की अदालतों में स्वीकार्य है.अगर उन लोगों के पास ठोस, अपरिहार्य सबूत है तो हमारे साथ साझा करें ताकि हम लोगों और पाकिस्तान की स्वतंत्र न्यायपालिका को भरोसे में ले सकें।"

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जेईएम के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के एक काफिले पर किए गए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत से पाकिस्तान को सबूत देने के लिए कहा था ताकि वे आवश्यक कदम उठा सकें।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT