advertisement
वामपंथी दलों ने शुक्रवार को जेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया है. वामपंथी दलों ने दिल्ली पुलिस पर एबीवीपी के साथ मिलकर ‘समूचे वाम’ को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
वामपंथी दलों ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में हुए घटनाक्रम की तुलना ‘आपातकाल’ से की है.
वामपंथी दलों ने कुछ तत्वों द्वारा भारत विरोधी नारे लगाए जाने की निंदा की और दिल्ली पुलिस से संबंधित लोगों के खिलाफ कानून के मुताबिक कदम उठाने को कहा. इसके साथ ही वामपंथी दलों ने दिल्ली पुलिस पर वाममोर्चा के छात्र संगठन के सदस्यों को निशाना बनाये जाने का भी आरोप लगाया है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा,
इसके साथ ही डी राजा ने भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद पर विश्वविद्यालय परिसर में आतंक का माहौल पैदा करने का आरोप भी लगाया है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी जेएनयू घटनाक्रम पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि छात्रों के खिलाफ स्थिति आपाताकाल के समय जैसी है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जेएनयू में क्या हो रहा है? कैंपस में पुलिस है, छात्रावासों से छात्रों को उठाया गया और गिरफ्तार किया गया. ऐसा आपातकाल के दौरान हुआ था.’’
जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी और संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की बरसी मनाने को लेकर दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इस मामले में जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)