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न्यूयॉर्क, 24 सितंबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चंचलता के चलते एक नए विवाद को जन्म दे दिया है।
ह्यूस्टन में रविवार को 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने के एक दिन बाद सोमवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि रैली में भारतीय नेता की टिप्पणियां 'बेहद आक्रामक' थीं और उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह ऐसी कोई बात कहेंगे।
ट्रंप ने कहा, "मैंने कल बेहद आक्रामक टिप्पणी सुनी। मुझे यह कहने की जरूरत नहीं है। मैं वहां था। मुझे नहीं पता था कि मुझे वहां उस तरह के बयान सुनने को मिलेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन मैं वहां था और मैंने भारत से, प्रधानमंत्री से बेहद आक्रामक टिप्पणी सुनी और मैं कहूंगा कि लोगों ने वहां उसे अच्छी तरह सुना, जहां 59,000 लोग बैठे थे।"
उन्होंने कहा, "यह एक बेहद आक्रामक बयान था और मैं आशा करता हूं कि भारत और पाकिस्तान एक साथ आएंगे और अपने लिए कुछ अच्छा करेंगे।"
राष्ट्रपति ट्रंप की प्रधानमंत्री मोदी के साथ बुधवार को न्यूयॉर्क के समयानुसार दोपहर 12 बजे (भारतीय समय अनुसार रात 9.45 बजे) मुलाकात होनी है।
ट्रंप की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) गीतेश सरमा ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, "कल (ट्रंप के साथ) एक बैठक है। हमें इसके लिए इंतजार करना चाहिए।"
प्रधानमंत्री मोदी की बेहद आक्रामक टिप्पणी वाला ट्रंप का बयान अपने आप में भ्रमित करने वाला है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी का बयान आंतकवाद के खिलाफ था और ट्रंप ने खुद आतंकवाद से लड़ने को लेकर बात कही थी।
'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में अपने भाषण में ट्रंप ने दर्शकों से कहा था, "हम निर्दोष नागरिकों को कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि जो अनुच्छेद 370 के जाने से परेशान हैं, ये वही लोग हैं जो 'आतंकवाद को ढालते हैं और उसका पोषण करते हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया था पर आगे कहा था, "पूरी दुनिया उन्हें अच्छे से जानती है। वे आतंकवाद को पालते हैं और दुनिया उन्हें जानती हैं।"
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