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भोपाल, 26 जून (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा एक तहसीलदार को निलंबित करने का निर्देश दिए जाने के बाद मंत्री और राजस्व अमले के बीच टकराव के आसार बन गए हैं, क्योंकि राजस्व अधिकारियों ने तहसीलदार को निलंबित किए जाने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। राजस्व मंत्री ने मंगलवार को सीहोर जिले के तहसीलदार कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जहां उन्हें कई तरह की गड़बड़ियां मिली, जिस पर उन्होंने तहसीलदार सुधीर कुशवाहा को निलंबित करने का आदेश दिया और संभागायुक्त को जांच के निर्देश दिए।
तहसीलदार के निलंबन के आदेश के बाद मप्र राजस्व अधिकारी संघ लामबंद हो गया है। संघ ने ऐलान किया है कि अगर तहसीलदार कुशवाहा को निलंबित किया तो पूरे राज्य के राजस्व अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इसके बाद प्रशासन असमंजस में पड़ गया है कि आखिर क्या किया जाए। अधिकारी को निलंबित नहीं किया जाता है तो मंत्री के आदेश की अवहेलना होगी और अगर निलंबित किया जाता है तो आंदोलन के चलते सरकारी कामकाज पर बड़ा असर पड़ेगा। सरकार की कई योजनाएं प्रभावित होने का खतरा रहेगा।
सूत्रों का कहना है कि सरकार इस समय किसी तरह का मोर्चा खोलना नहीं चाहती है, जिसके चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ इस मामले में हस्तक्षेप कर सकते है।
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