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भाजपा ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कार्यप्रणाली पर विपक्ष के रुख की तुलना युद्ध में आत्मसमर्पण कर चुकी सेना से की है और कहा है कि वह लोकसभा चुनावों में संभावित हार के लिए बलि का बकरा ढूंढ रहा है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष के 21 नेताओं की याचिका उच्चतम न्यायालय द्वारा ठुकरा दिए जाने के बाद यह बयान दिया। विपक्षी नेताओं ने उच्चतम न्यायालय से अपने पहले के आदेश की समीक्षा करने का आग्रह किया और कहा कि वीवीपीएटी स्लिप को कम से कम 25 फीसदी ईवीएम के साथ मिलान किया जाना चाहिए।
ईवीएम के प्रयोग पर संदेह जताने वाले विपक्ष के कुछ नेताओं ने कहा कि वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
नकवी ने चुनाव आयोग के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘ईवीएम गिरोह ने आत्मसमर्पण कर दिया है क्योंकि उन्हें अपने भविष्य का पता है। 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद वे अपनी हार के लिए ईवीएम को दोषी ठहराना चाहते हैं।’’
भाषा
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