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मुर्शिदाबाद जिले में एक स्कूल शिक्षक और उनके परिवार के सदस्यों की बर्बर हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि घटना राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में मंगलवार को एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, उनकी पत्नी तथा आठ वर्षीय पुत्र की उनके घर में अज्ञात लोगों ने बर्बर हत्या कर दी थी।
धनखड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद जिले में स्कूल शिक्षक, उनकी पत्नी और पुत्र की अमानवीय बर्बर हत्या से मैं स्तब्ध, व्यथित और दुखी हूं। यह घटना राज्य के हालात और पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है।’’
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से हत्या की घटना पर अविलंब रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कानून प्रवर्तन एजेंसियों से दोषियों का पता लगाने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान करता हूं।’’
राज्यपाल के बयान पर राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनका बयान उनके संवैधानिक पद के अनुरूप नहीं है।
पार्टी ने कहा कि राज्यपाल तब बयान क्यों नहीं देते जब तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता मारे जाते हैं।
मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज में मंगलवार को 35-वर्षीय स्कूल शिक्षक बंधु गोपाल पाल, उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी तथा आठ-वर्षीय पुत्र आंगन के खून से लथपथ शव उनके घर में मिले थे।
राज्यपाल ने बाद में संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा, ‘‘निर्मम हत्याओं ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। लेकिन राज्य मशीनरी से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।’’
भाजपा और आरएसएस ने कहा कि स्कूल शिक्षक बंधु गोपाल पाल भले ही उनके सक्रिय सदस्य नहीं थे, लेकिन वह संघ द्वारा आयोजित साप्ताहिक मिलन कार्यक्रमों में शामिल होते थे।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तपस रॉय ने कहा, ‘‘पूरे परिवार की हत्या हो जाने से हम भी दुखी हैं। लेकिन हम राज्यपाल के बयान का समर्थन नहीं कर सकते। वह तब कोई बयान नहीं देते जब तृणमूल कार्यकर्ता मारे जाते हैं।’’
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