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एनपीएफ और एनडीपीपी दोनों पिछले साल बनी विपक्षी कम सर्वदलीय यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायंस (यूडीए) सरकार के घटक हैं।
केंद्र और नागा संगठनों और विभिन्न अन्य समूहों के बीच नगा राजनीतिक मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए सर्वदलीय यूडीए सरकार का गठन किया गया था।
एनपीएफ अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग इसके अध्यक्ष हैं।
एनपीएफ के 21 विधायकों के शामिल होने से 60 सदस्यीय विधानसभा में एनडीपीपी के सदस्यों की संख्या 42 हो गई है।
नागालैंड विधानसभा अध्यक्ष शेयरिंगैन लोकंग कुमार ने एक आदेश में कहा कि उन्हें शुक्रवार को टी.आर. जेलियांग के नेतृत्व वाले एनपीएफ विधायक दल के 21 सदस्यों के एनडीपीपी में विलय का दावा प्राप्त हुआ है।
आईएएनएस के पास उपलब्ध अपने आदेश में कहा गया है कि एनपीएफ के 21 विधायकों ने अपने व्यक्तिगत पत्रों के साथ-साथ अपने प्रस्ताव में भी कहा है कि उनका शुक्रवार को एनडीपीपी में विलय हो गया है।
शुक्रवार का घटनाक्रम एनपीएफ में आंतरिक कलह के बाद आया है, क्योंकि पार्टी अध्यक्ष शुरहोजेली लिजित्सु ने गुरुवार को घोषणा की कि पार्टी अगले साल के विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
इस बीच, पांच विधायकों वाली एनपीएफ पड़ोसी राज्य मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की सहयोगी है। एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली 12 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में नगा पार्टी के दो मंत्री हैं।
--आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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