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नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने वैष्णो देवी यात्रा को लेकर बड़ा निर्देश दिया है. एनजीटी ने अब एक दिन में धाम तक पहुंचने वाले यात्रियों की तादाद निर्धारित कर दी है. निर्देश के मुताबिक, अब एक दिन में केवल 50, 000 लोग ही वैष्णो धाम की यात्रा कर पाएंगे. इसके साथ ही एनजीटी ने श्राइन कॉम्पलैक्स के अंदर सभी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है.
एनजीटी ने अपने आदेश में कहा है कि अगर श्रद्धालुओं की संख्या 50 हजार से ज्यादा होती है तो उन्हें कटरा या अर्धकुमारी पर ही रोका जाए.
एनजीटी ने कहा है कि वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भवन तक एक दिन में ज्यादा से ज्यादा 50 हजार श्रद्धालु ही पहुंचे. अगर 50 हजार से ज्यादा यात्री हो जाएं तो उन्हें कटरा में या फिर यात्रा के मुख्य पड़ाव अर्धकुआंरी पर ही रोका जाए. एनजीटी ने कहा है कि भवन तक किसी भी स्थिति में ज्यादा संख्या में भीड़ ना पहुंचे.
श्राइन बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, आम दिनों में प्रतिदिन करीब 20 से 30 हजार श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचते हैं. लेकिन छुट्टियों और वीकेंड में ये आंकड़ा 50 हजार का आंकड़ा पार कर जाता है. आश्विन और चैत्र मास में नवरात्र के मौके पर और नए साल के मौके पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचते हैं.
एनजीटी ने श्राइन बोर्ड को 24 नवंबर तक श्रद्धालुओं के लिए नया रास्ता खोलने का आदेश दिया है. नए रास्ते पर सिर्फ बैटरी कारें और श्रद्धालु ही चलेंगे. इस रास्ते पर टट्टू या पालकी नहीं चलेंगे.
एनजीटी ने यात्रियों द्वारा गंदगी फैलाने पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश भी दिया है. बता दें कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भवन और यात्रा से संबंधित सभी सुविधाओं की देख-रेख करता है.
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